भर भरा कर गिरा बिल्हा BEO कार्यालय का छज्जा…बाल बाल बचे अधिकारी…विभाग को बड़ा नुकसान, डीईओ ने कहीं यह बात

बिलासपुर:.. पुराना हाईकोर्ट के पास स्थित विल्हा विकास खंड शिक्षा कार्यालय की जर्जर इमारत कि फाल सीलिंग और छज्जा गिरने से विभाग को हजारों रुपयों का नुकसान पहुंचा है। घटना के दौरान मौके पर अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित नहीं थे ।जिसके कारण किसी को अप्रिय स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा। घटना करीब एक सप्ताह पहले 15 जुलाई सुबह की बताई जा रही है। कार्यालय खुलने से पहले ही खंड शिक्षा अधिकारी के कक्ष का फाल्स सिलिंग और छज्जा भर भरा के गिर गया। क्योंकि मौके पर कोई मौजूद नहीं था इसलिए किसी प्रकार की।जनहानि का सामना विभाग को नही करना पड़ा । लेकिन.. घटना ने विभाग और जर्जर भवन की नाजुक स्थिति पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भवन की जर्जर स्थिति गंभीर चिंता का विषय
बिल्हा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय इस स्थित बीईओ कक्ष फॉल सीलिंग और छज्जा भारी बारिश के कारण भर भरा कर गिर गया है । आश्चर्य की बात है कि घटना के एक सप्ताह गुजरने के बाद भी मामले की। जानकारी न तो जिला शिक्षा विभाग प्रमुख को है । और न ही जिला प्रशासन को इसकी भनक ही है । यद्यपि पूरे प्रकरण को दबाने का भरपूर प्रयास किया गया । लेकिन बात नहीं बनी।
मामला सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी विजय टांडे ने घटना को लेकर अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी से जानकारी लेने के बाद बता पाएंगे कि सीलिंग और छज्जा गिरने से विभाग को क्या और कितना नुकसान हुआ है।
भवन की हालत काफी जर्जर
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, पुराने हाई कोर्ट के पीछे स्थित कार्यालय भवन बहुत पुराना है । भवन की स्थिति बहुत दयनीय है। कभी भी कोई बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
नुकसान लेकिन बाल बाल बचे कर्मचारी।
शिक्षा अधिकारी ने बिल्हा विकास खंड शिक्षा अधिकारी से जानकारी लेने के बाद बताया कि घटना पन्द्रह जुलाई की है। घटना के समय कोई विभागीय अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था। विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि फाल्स सीलिंग के गिरने से दो कंप्यूटर एक प्रींटर दो फर्नीचर टेबल कुर्सी और काच को नुकसान हुआ है। हादसे में विभाग को हजारों का नुकसान हुआ है। इसके चलते व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। खंड शिक्षा अधिकारी से वस्तु स्थिति जानकारी देने को कहा गया है।
कलेक्टर के सामने पेश करेंगे आवेदन।
रिपोर्ट मिलने के बाद जिला कलेक्टर के सामने जर्जर भवन की स्थिति और नुकसान को लेकर आवेदन पेश किया जाएगा। कलेक्टर से मांग करेंगे कि जर्जर भवन और कक्ष की मरम्मत को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दें। साथ ही नुकसान को लेकर उचित मार्गदर्शन करें।
बारिश ने बढ़ाई समस्याएं
मौसम विभाग के अनुसार, बिलासपुर में इस मानसून में पिछले 10 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण शहर जलमग्न है। कई इमारतें, सड़कें एवं अन्य अवसंरचना प्रभावित हुई हैं। इसी सिलसिले में शिक्षा विभाग की इस जर्जर इमारत की स्थिति भी और बिगड़ी है। फाल्सिलिंग और छज्जा गिरने की घटना के बाद विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों में सुरक्षा को लेकर चिंता व्याप्त है।
कर्मचारी संघ की आपत्ति और मांगें
जिला लिपिक संघ के अध्यक्ष सूर्यप्रकाश कश्यप ने कहा कि यह घटना करीब 15 जुलाई की है, जब कार्यालय बंद था। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी कई बार भवन की जर्जर हालत को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन प्रबंधन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उनका कहना है कि यदि जल्द मरम्मत नहीं हुई तो कर्मचारियों का कामकाज और सुरक्षा दोनों प्रभावित होंगे। उन्होंने प्रशासन से खंड शिक्षा कार्यालय के स्थानांतरण या मरम्मत की मांग की है।
प्रशासन का रुख
जिला शिक्षा अधिकारी विजय टांडे ने कहा कि प्रशासन ने जर्जर भवनों की मरम्मत का निर्देश जारी किया है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि कलेक्टर के समक्ष आवेदन पेश कर मरम्मत कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि अटल विश्वविद्यालय का कुछ भवन खाली है। हम कलेक्टर से मांग करेंगे कि बिल्हा विकास खंड कार्यालय का मरम्मत किया जाये। इस दौरान कार्यालय का संचालन विश्वविद्यालय भवन से किया जाए।ताकि विभागीय कार्य सुचारु रूप से चल सके और कर्मचारियों को सुरक्षित वातावरण मिले।
निगरानी और सुरक्षा पर ध्यान
इस घटना ने शिक्षा विभाग में भवन सुरक्षा और रख-रखाव की अनदेखी को उजागर कर दिया है। मानसून के इस दौर में पुराने और कमजोर भवनों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता बननी चाहिए। अधिकारी भी मानते हैं कि भवन की मरम्मत और समय रहते उचित कदम न उठाए जाने पर भविष्य में बड़ा हादसा हो सकता है।