Akshaya Tritiya 2025- अक्षय तृतीया पर क्यों जरूरी माना जाता है सोना खरीदना? जानिए इसके पीछे की पौराणिक मान्यता और शुभता का राज
Akshaya Tritiya 2025: हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह दिन कोई भी शुभ और मांगलिक कार्यों को करने के लिए बहुत ही उत्तम माना गया है. इसके अलावा, अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का भी विशेष महत्व माना जाता है. आइए जानें इसका कारण.

Akshaya Tritiya 2025/हर साल आने वाली अक्षय तृतीया तिथि हिंदू पंचांग की सबसे शुभ और पवित्र तिथियों में से एक मानी जाती है। साल 2025 में यह पावन पर्व 30 अप्रैल को मनाया जाएगा।
इस दिन न सिर्फ मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है बल्कि घर में सुख-समृद्धि और धनवृद्धि के लिए विशेष पूजा-अर्चना भी की जाती है। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के साथ एक और खास परंपरा है, जो सदियों से चली आ रही है—सोना खरीदना। लेकिन आखिर अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना इतना शुभ क्यों माना जाता है?
Akshaya Tritiya 2025/हिंदू धर्म में सोना केवल एक कीमती धातु नहीं, बल्कि मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब समुद्र मंथन हुआ था, तब उसमें से कई अमूल्य रत्नों के साथ सोना भी निकला था।
इस सोने को स्वयं भगवान विष्णु ने धारण किया था। यही कारण है कि सोने को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया और विशेष रूप से अक्षय तृतीया और धनतेरस जैसे पर्वों पर इसे खरीदने की परंपरा शुरू हुई।
Akshaya Tritiya 2025/अक्षय तृतीया का मतलब है “जिसका कभी क्षय न हो” यानी जो चीज़ इस दिन खरीदी जाए, उसका फल अनंतकाल तक बना रहता है। मान्यता है कि इस दिन जो धन या संपत्ति खरीदी जाती है, वह नष्ट नहीं होती बल्कि उसमें लगातार वृद्धि होती है। यही कारण है कि लोग इस दिन सोने के गहने, चांदी, प्रॉपर्टी या वाहन तक की खरीदारी करते हैं।
विशेष रूप से सोना खरीदना इसलिए भी शुभ माना जाता है क्योंकि इसे सीधे मां लक्ष्मी के स्वागत का प्रतीक माना जाता है।
इस दिन सोने को घर लाना केवल आभूषण की खरीद नहीं बल्कि धन, ऐश्वर्य और शांति का प्रवेश माने जाता है। अक्षय तृतीया पर अगर आप नए निवेश या खरीदारी की सोच रहे हैं तो यह समय अत्यंत शुभ है। चाहे आप छोटा सा सिक्का खरीदें या कोई कीमती गहना, मान्यता यही है कि उस चीज़ के साथ मां लक्ष्मी स्वयं आपके घर आती हैं।