Chhattisgarh

CG News: अंबिकापुर की नवनिर्वाचित मेयर मंजूषा भगत का विवादित बयान

Cg news। अंबिकापुर नगर निगम की नवनिर्वाचित महापौर द्वारा दिए गए एक बयान चर्चा में है। उन्होंने निगम कार्यालय को गंगाजल से शुद्धी करवाने की बात कही है। उनके इस बयान के बाद अंबिकापुर में सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने भी इसका जवाब दिया है।

अंबिकापुर नगर निगम की नवनिर्वाचित महापौर मंजूषा भगत ने कहा है कि वे पदभार ग्रहण करने से पहले अपने कार्यकाल सहित निगम भवन का गंगाजल छिड़काव करते हुए शुद्धिकरण प्रक्रिया करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के 10सालों के कार्यालय में पूरा निगम अशुद्ध हो गया है इसका शुद्धिकरण करना बहुत आवश्यक है। वे यहीं तक नहीं रुकीं, उन्होंने यह भी कहा कि निगम के 10 सालों के कार्यकाल में विकास के एक भी कार्य नहीं हुए हैं।

नवनिर्वाचित महापौर मंजूषा भगत के इस बयान को लेकर एक ओर जहां अम्बिकापुर में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है वहीं इसके जबाब में पूर्व महापौर डॉ अजय तिर्की ने कहा कि निगम की जनता ने मंजूषा भगत को विकास कार्य के लिए चुना है ना कि सांप्रदायिकता फैलाने के लिए। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि अब पांच साल तक केवल ऐसी ही बातें होंगी विकास नहीं होगा।

इस बयान को लेकर कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने कहा है कि यह बयान संविधान के विपरित है और मंजूषा भगत को इसका जबाब देना होगा कि निगम कार्यालय अशुद्ध कैसे हुआ है क्योंकि पिछले 20 सालों तक मंजूषा भगत के ही जाति से आने वाले दोनों महापौर थे या फिर कोई दूसरा कारण है।

भरतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने अम्बिकापुर नगर निगम की नवनिर्वाचित महापौर मंजूषा भगत के नगर निगम दफ्तर के गंगाजल से शुद्धिकरण संबंधी बयान को लेकर कांग्रेस द्वारा किए जा रहे अनर्गल प्रलाप को कांग्रेस की बौखलाहट बताते हुए कहा है कि महापौर श्रीमती भगत ने जब यह कहा कि वह पहली हिन्दू महापौर हैं, तो कांग्रेस इस पर बवाल मचा रही है।

दरअसल कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण सदैव से जनजातीय समाज का अहित हुआ है। इसलिए जनजातीय समाज अब चाहता है कि डीलिस्टिंग हो।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो जनजातीय और अल्पसंख्यक समाज, दोनों का गलत तरीके से लाभ लेते आ रहे हैं। इससे जनजातीय समाज में काफी आक्रोश है।

डीलिस्टिंग की आवाज को कांग्रेस अब दबा नहीं सकती। सरगुजा का जनजाति समाज अपने सांस्कृतिक, धार्मिक एवं प्रगति के अधिकार को लेकर सजग है। श्री सिंहदेव ने कहा कि सत्ता पर अपना ही एकाधिकार मानने वाली कांग्रेस के लोग अपनी करारी हार की खिसियाहट में गंगाजल से शुद्धिकरण की बात को लेकर अब खम्भा नोचने में लगे हुए हैं।

जिन कांग्रेसियों को श्री राम के अस्तित्व, श्री राम के मंदिर, सनातन संस्कृति और महाकुम्भ के दिव्य आयोजन तक से तकलीफ होती है, उन कांग्रेसियों को यह बात कभी समझ ही नहीं आएगी कि गंगाजल, गौमूत्र, गोबर सनातन परंपरा के अनुष्ठानों के मूल में है, इस समझ के लिए उन्हें हिन्दू पूजा पद्धति को समझना होगा।

श्री सिंहदेव ने कहा कि अपनी करारी हार को विनम्रता से स्वीकार करने के बजाय कांग्रेस अपने सत्तावादी अहंकार में जनादेश का घोर अपमान करते हुए अब महापौर श्रीमती भगत के बयान को साम्प्रदायिक रंग देकर अपने तुष्टीकरण के एजेंडे पर चल रही है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस का समूचा राजनीतिक चरित्र और इतिहास इस बात का गवाह है कि वह जब सत्ता में रहती है तो धर्मांतरण और भ्रष्टाचार को शह देकर तुष्टीकरण और लूट-खसोट का एजेंडा चलाती है और जब वह सत्ता से उखाड़ फेंक दी जाती है।

तो साम्प्रदायिक और भ्रष्ट तत्वों को आगे करके सामाजिक विद्वेष पैदा करके अपने राजनीतिक स्वार्थ साधने के गर्हित हथकण्डों का इस्तेमाल करके वातावरण में विष घोलने का काम करती है। श्री सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस धर्मांतरण और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठने वाली हर एक आवाज को दबाने के तमाम नाजायज उपक्रम करती है।

श्री सिंहदेव ने कहा कि जो भी धर्मांतरण के पैरोकार हैं, वह सब महापौर श्रीमती भगत के बयान की आड़ लेकर धर्मांतरण और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। लेकिन, कांग्रेस के लोगों को दीवीर पर लिखी यह इबारत अच्छी तरह पढ़ लेनी चाहिए कि अब अपने इन गर्हित इरादों में वे कतई कामयाब नहीं हो पाएगी।

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