15 August 2025 : इतिहास में सबसे लंबे भाषण का रिकॉर्ड पीएम मोदी के नाम, जानिए किस प्रधानमंत्री ने दिया था सबसे छोटा संबोधन
क्या आप जानते हैं कि स्वतंत्रता दिवस के इतिहास में सबसे लंबा और सबसे छोटा भाषण किस प्रधानमंत्री ने दिया है?

15 August 2025।आज पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा है। भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, और लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं।
यह दिन सिर्फ आजादी की खुशी का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह नेताओं के उन ऐतिहासिक भाषणों का भी गवाह है, जिन्होंने देश को नई दिशा दी।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्वतंत्रता दिवस के इतिहास में सबसे लंबा और सबसे छोटा भाषण किस प्रधानमंत्री ने दिया है?
15 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतिहास रचते हुए 98 मिनट का भाषण दिया, जो अब तक का सबसे लंबा स्वतंत्रता दिवस संबोधन है। मोदी पहले भी अपने लंबे और विस्तारपूर्ण भाषणों के लिए जाने जाते हैं।
2023 में उन्होंने 90 मिनट, 2022 में 83 मिनट, 2021 में 88 मिनट, 2020 में 90 मिनट और 2019 में 92 मिनट तक देश को संबोधित किया था।
उनका यह सिलसिला 2014 में 65 मिनट से शुरू होकर समय के साथ और भी लंबा होता गया।
अगर पुराने रिकॉर्ड देखें तो भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी 1947 में 72 मिनट का भाषण दिया था, जो लंबे संबोधनों में गिना जाता है।
1997 में प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल ने भी 72 मिनट का भाषण दिया था। वहीं, 2005 में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 50 मिनट तक लाल किले से जनता को संबोधित किया था।
दूसरी ओर, सबसे छोटे भाषण का रिकॉर्ड भी पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम है, जिन्होंने 1954 में सिर्फ 14 मिनट का संबोधन दिया था।
इसके अलावा, अटल बिहारी वाजपेयी ने 2002 में 25 मिनट और डॉ. मनमोहन सिंह ने 2012 में 32 मिनट का भाषण दिया था।