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Sawan Somvar 2025: व्रत में क्या खाएं और किन चीजों से रखें दूरी, जानें संपूर्ण नियम और सही फलाहार

Sawan Somvar 2025-श्रावण मास हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और भगवान शिव की उपासना का विशेष काल माना जाता है। यह महीना पूरी तरह से भक्ति, तप और संयम का प्रतीक होता है। सावन के हर सोमवार को शिवभक्त व्रत रखकर शिवलिंग पर जल, बेलपत्र और धतूरा अर्पित करते हैं।

वर्ष 2025 में सावन मास 11 जुलाई से आरंभ हुआ है और इसका समापन 9 अगस्त को होगा। इस अवधि में कुल चार सोमवार पड़ेंगे, जिनमें पहला सोमवार 14 जुलाई को था और दूसरा सोमवार 21 जुलाई को पड़ रहा है।

सावन सोमवार व्रत में भोजन संबंधी नियमों का विशेष महत्व होता है। यह व्रत केवल उपवास नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और शरीर को सात्विक ऊर्जा से भरने का माध्यम भी होता है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि इस दिन किन चीजों का सेवन किया जा सकता है और किनसे परहेज करना चाहिए।Sawan Somvar 2025

Sawan Somvar 2025 में इन फलो का करे सेवन

व्रत के दौरान सात्विक और फलाहारी आहार का पालन करना अनिवार्य होता है। फलों में आप केला, सेब, आम, अंगूर, पपीता, तरबूज और खरबूजा जैसे मौसमी फल शामिल कर सकते हैं।

वहीं मखाना, साबूदाने की खीर, सिंघाड़े या कुट्टू के आटे से बनी पूरी, पकौड़ी, पराठे और टिक्की भी व्रत के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं। उबले हुए आलू, आलू का हलवा और नारियल पानी व्रत के दौरान ऊर्जा प्रदान करने वाले विकल्प हैं। इन सभी व्यंजनों में केवल सेंधा नमक का ही प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि यह व्रत के लिए शुद्ध और स्वीकार्य माना जाता है।Sawan Somvar 2025

वहीं, सावन सोमवार व्रत में कुछ चीजें वर्जित होती हैं, जिनसे पूरी तरह से बचना जरूरी है। अनाज जैसे गेहूं, चावल और दालों का सेवन इस दिन नहीं करना चाहिए। साथ ही लहसुन, प्याज, मांस, मछली और अंडे जैसे तामसिक खाद्य पदार्थों का भी परहेज करना चाहिए। बैंगन और हल्दी का उपयोग भी इस व्रत में वर्जित माना गया है।Sawan Somvar 2025

गरम मसालों के अधिक उपयोग से भी बचना चाहिए, क्योंकि यह व्रत की सात्विकता को प्रभावित कर सकते हैं। इसके अलावा बाजार से लाई गई मिठाइयों और दूध से बनी बाहरी वस्तुओं का सेवन करने से बचें, क्योंकि इनमें शुद्धता का अभाव हो सकता है।

सावन सोमवार का व्रत न केवल भगवान शिव की कृपा पाने का माध्यम है, बल्कि यह एक ऐसा साधन है जो शरीर, मन और आत्मा को सात्विकता और ऊर्जा से भर देता है। अगर आप भी इस पावन सोमवार को व्रत रखने जा रहे हैं, तो इन नियमों का पालन अवश्य करें और शिवजी की आराधना के साथ खुद को भी आध्यात्मिक रूप से समृद्ध बनाएं।

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