मुर्गी ने ली दो भाइयों की जान..जहरीली गैस से मौत..गाँव में पसरा मातम

बिलासपुर… जिले के बेलगहना क्षेत्र के करही कछार गांव में शुक्रवार की शाम दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है.. मुर्गी को बचाने कुएं में उतरे दो सगे भाइयों की दम घुटने से मौत हो गई है। हादसा इतना असामान्य और भावुक कर देने वाला था कि पूरे गांव में मातम छा गया।
मुर्गी को बचाने की कोशिश में मौत
जानकारी के अनुसार, स्थानीय निवासी दिलीप पटेल शुक्रवार की शाम करीब 4 बजे अपने घर के पीछे स्थित बाड़ी में काम कर रहा था…इसी दौरान उनकी एक मुर्गी पुराने कुएं में गिर गई। मुर्गी को बचाने के लिए दिलीप तुरंत कुएं में उतर गया.. ऊपर आते समय दिलीप अचानक बेहोश होकर पानी में गिर गया ।
कुआ के बाहर खडा भाई दिनेश पटेल सब देख रहा था । भाई को बेहोश होकर कुएं में गिरते देख बचाने के लिए दिनेश पटेल भी कुएं में छलांग लगा दिया । और देखते ही देखते दिनेश पटेल भी बेहोश हो गया। यह मंजर देख गांव के लोग मौके पर दौड़े और तुरंत पुलिस और आपदा राहत बल को जानकारी दी।
दीया जलाकर जहरीली गैस की पुष्टि
पुलिस और ग्रामीणों को कुएं में जहरीली गैस होने का संदेह हुआ। SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम के पहुंचने से पहले ग्रामीणों ने रस्सी से एक जलता हुआ दीया कुएं में नीचे उतारा.., और देखते ही देखते दिया बुझ गया। इससे ग्रामीणों को जानकारी मिली कि कुएं के अंदर जहरीली गैस का रिसाव हो रहा है।
SDRF की टीम ने सुरक्षा उपकरणों और गैस मास्क के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कई घंटे की मशक्कत के बाद, रात लगभग 9:30 बजे दोनों भाइयों के शव कुएं से बाहर निकाले जा सके।
क्यों बनती है कुएं में जहरीली गैस?
विशेषज्ञों के अनुसार, कुएं में लंबे समय तक जमा रहने वाले जैविक कचरे, सड़ी-गली पत्तियां, खरपतवार और जानवरों की गंदगी के कारण मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड और हाइड्रोजन सल्फाइड जैसी जहरीली गैसें बन सकती हैं। जब गैस पर्याप्त मात्रा में जमा हो जाती हैं, तो उनका प्रभाव घातक हो जाता है..खासकर बंद या कम वेंटिलेशन वाले कुओं में।