मौसम ने ली करवट, गरज के साथ बारिश से मिली राहत, जानें देशभर में कहां कैसा रहेगा हाल
आईएमडी के वैज्ञानिक अखिल श्रीवास्तव के मुताबिक, दिल्ली में अधिकतम तापमान 37 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 27 से 29 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। वहीं आसमान में बादल छाए रहेंगे और तेज हवाओं के साथ बिजली कड़कने की स्थिति भी बन सकती है।

दिल्ली-एनसीआर में गर्मी से बेहाल लोगों को शुक्रवार शाम बड़ी राहत मिली जब आसमान में काले बादलों ने डेरा डाला और तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। दिनभर की चिलचिलाती धूप के बाद शाम को मौसम में आए इस बदलाव ने राजधानी में तापमान को कम कर दिया और लोगों को गर्माहट से कुछ राहत दिलाई। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में आज और कल यानी शनिवार को भी गरज के साथ बारिश के आसार बने हुए हैं।
आईएमडी के वैज्ञानिक अखिल श्रीवास्तव के मुताबिक, दिल्ली में अधिकतम तापमान 37 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 27 से 29 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। वहीं आसमान में बादल छाए रहेंगे और तेज हवाओं के साथ बिजली कड़कने की स्थिति भी बन सकती है।
दिल्ली ही नहीं, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी मौसम ने करवट ली है। मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अगले एक सप्ताह तक गरज के साथ हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। बिहार में 17 और 18 मई को तथा झारखंड में 18 और 19 मई को भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं।
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में भी मौसम के तेवर बदलने वाले हैं। मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में 16 से 21 मई के बीच बारिश की संभावना जताई है। उत्तराखंड में 16 मई को और हिमाचल प्रदेश में 19 मई को बारिश के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है।
पूर्वोत्तर भारत में भी मौसम सक्रिय बना हुआ है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में 16 से 21 मई तक भारी बारिश के आसार हैं, जबकि त्रिपुरा में 17 और 18 मई को तेज बारिश हो सकती है। लगातार एक सप्ताह तक इस क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश जारी रह सकती है।
दक्षिण भारत के राज्यों में भी गरज के साथ बारिश का दौर जारी रहने वाला है। लक्षद्वीप, केरल और तटीय कर्नाटक में बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी अगले सात दिनों तक यही स्थिति बनी रह सकती है।