Bilaspur

सर संघचालक के विचारों को समझने के लिये बुद्धि चाहिए” – डाॅ. Raman Singh का पूर्व मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel को करारा जवाब..Congress की भाषा पर कसा तंज

बिलासपुर …राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत का बिलासपुर प्रवास संगठन के शताब्दी वर्ष के अवसर पर बेहद अहम माना जा रहा है।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. Raman Singh ने प्रदेश के मुख्यमंत्री bhupesh baghel और कांग्रेस नेतृत्व पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरसंघचालक जी के विचारों को समझने के लिए “बुद्धि चाहिए” और कांग्रेस की राजनीति गरिमा को कम कर रही है।

डॉ. सिंह ने बताया कि संघ अपने शताब्दी वर्ष में देशभर में 1000 से अधिक गोष्ठियां आयोजित कर रहा है, जिनमें मोहन भागवत का यह प्रवास विशेष महत्व रखता है।

उन्होंने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है कि राष्ट्रीय स्तर के सरसंघचालक ने बिलासपुर को इतना समय दिया। इस प्रवास से समाज के सभी वर्गों को दिशा और प्रेरणा मिलेगी।

डॉ. रमन का संघ से पुराना रिश्ता

पूर्व मुख्यमंत्री ने याद किया कि राजनीति में आने के शुरुआती दिनों में वे कवर्धा में कांशीराम जी की प्रेरणा से चल रहे भारत माता चिकित्सालय के सेवा प्रकल्प से जुड़े थे। यह प्रकल्प संघ की सोच का परिणाम था, जो अब शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़े प्रोजेक्ट में तब्दील हो चुका है।

भूपेश बघेल पर निशाना, कांग्रेस की भाषा पर तंज

डॉ. सिंह ने भूपेश बघेल को उनके हालिया बयानों के लिए कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के “अजीबोगरीब बयान” उनकी हड़बड़ी को दर्शाते हैं। सिंह ने कांग्रेस नेतृत्व को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी भाषा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे पदों की गरिमा को ठेस पहुंचा रही है, और कार्यकर्ता भी नेताओं की भाषा की नकल कर रहे हैं।

मोहन भागवत का ‘आयु सीमा’ पर स्पष्ट दृष्टिकोण

डॉ. सिंह ने भागवत के हालिया दिल्ली प्रवास का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने 75 साल की आयु सीमा को नकारते हुए स्पष्ट कर दिया कि संघ में किसी के लिए कोई सीमा नहीं है।

हरियाणा की व्यवस्था और विधानसभा पर टिप्पणी

हरियाणा में लागू 13.5 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था पर बोलते हुए सिंह ने कहा कि इसे बढ़ाकर 14 प्रतिशत भी किया जा सकता है और यह न्यायालय के दायरे में आता है। छत्तीसगढ़ विधानसभा को लेकर उन्होंने कहा कि “विधानसभा ठीक तरह से चल रही है, पक्ष और विपक्ष दोनों अपनी भूमिका निभा रहे हैं।”

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