सात समंदर पार… जब दो छत्तीसगढ़िया मिले – न्यूयॉर्क में वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी और यूएन अधिकारी आनंद पांडेय की मुलाक़ात

न्यूयॉर्क। छत्तीसगढ़ के दो सपूत जब सात समंदर पार अमेरिका में एक मंच पर आए, तो ये महज़ एक औपचारिक मुलाकात नहीं रही—बल्कि यह भावनाओं, संकल्प और छत्तीसगढ़ के भविष्य को लेकर साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक बन गई।
न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा 5 अगस्त को आयोजित छत्तीसगढ़ निवेशक सम्मेलन में प्रदेश के वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी और यूनाइटेड नेशंस के वरिष्ठ अधिकारी आनंद पांडेय की मुलाक़ात ने एक खास मायने जोड़ दिए।
बिलासपुर (तखतपुर) के मूल निवासी आनंद पांडेय, वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र के Chief, Finance Division Unit पद पर कार्यरत हैं और उन्हें छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अप्रवासी भारतीय सम्मान 2024 से नवाज़ा जा चुका है। वहीं, ओ.पी. चौधरी छत्तीसगढ़ के युवा, ऊर्जावान और विकास के प्रति समर्पित वित्त मंत्री के रूप में पहचाने जाते हैं।
इस सम्मेलन में आनंद पांडेय की भूमिका केवल अतिथि की नहीं, बल्कि आयोजन के एक सशक्त सहयोगी की रही। उन्होंने अमेरिका के प्रमुख औद्योगिक समूहों, फार्मास्यूटिकल्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम मैकेनिक्स जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों के निवेशकों को सम्मेलन से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही, गयाना से भी एक प्रतिनिधि इस आयोजन में शामिल हुआ, जिससे सम्मेलन का अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और गहराया।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की औद्योगिक और आर्थिक संभावनाओं पर व्यापक चर्चा हुई—कोरबा का औद्योगिक परिदृश्य, BALCO और NTPC जैसे उपक्रम, बस्तर की समृद्ध कला-संस्कृति, और प्रदेश की खनिज संपदा तथा विद्युत उत्पादन के नए अवसरों को विशेष रूप से रेखांकित किया गया।
इस दौरान जब आनंद पांडेय और ओ.पी. चौधरी आमने-सामने बैठे, तो यह केवल दो पदाधिकारियों की औपचारिक बातचीत नहीं थी—बल्कि यह दो छत्तीसगढ़ियों के आत्मीय संवाद का पल था। उन्होंने अमेरिका में हो रहे औद्योगिक विकास, निवेश के नए अवसरों और तकनीकी प्रगति पर चर्चा की। आनंद पांडेय ने ओ.पी. चौधरी को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय आमंत्रित करते हुए आशा जताई कि छत्तीसगढ़ और वैश्विक मंचों के बीच की दूरी और भी घटेगी।
संयुक्त राष्ट्र में रहते हुए भी आनंद पांडेय छत्तीसगढ़ से आत्मिक रूप से जुड़े रहे हैं। सांस्कृतिक आयोजनों, नीति विमर्शों और प्रवासी समुदाय के बीच वे हमेशा राज्य के विकास की बात करते हैं।
इस मुलाकात ने यह जता दिया कि भले ही भूगोल अलग हो, पर जब दिल छत्तीसगढ़ के लिए धड़कता है, तो न्यूयॉर्क की धरती भी बिलासपुर जैसी लगने लगती है। आनंद पाण्डेय मूलत- छत्तीसगढ़ बिलासपुर ( तखतपुर ) के निवासी हैं और पिछले काफी समय से यूएनओ में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहां रहते हुए वे छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक- आर्थिक विकास की दिशा में भी अपना योगदान करते रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से पिछले साल 2024 में उन्हें राज्योत्सव के अवसर पर अप्रवासी भरतीय सम्मान प्रदान किया गया था।