BilaspurChhattisgarh

तिवरता कोल वॉशरी का विरोध.. नागरिक सुरक्षा मंच का आरोप.. नियम कानून को ताक पर रखकर अनुमति.. करेंगे आंदोलन?

बिलासपुर….ग्राम बेलतरा (लिम्हा) स्थित तिवरता कोल वाशरी के संचालन को लेकर स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। नागरिक सुरक्षा मंच के संयोजक अमित तिवारी ने जिलाधीश महोदय को एक ज्ञापन सौंपते हुए  कोल वाशरी को तत्काल बंद कराने की माँग की है।

अमित तिवारी ने कलेक्टर को बताया कि यह वाशरी नियमों और पर्यावरणीय मानकों की घोर अनदेखी करते हुए एक वर्ष से संचालित की जा रही है। तिवारी का आरोप है कि खनिज विभाग, पर्यावरण विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से वाशरी को गलत तरीके से अनुमति दी गई है, जबकि यह जांच का गंभीर विषय है।

नियमों की अनदेखी

नागरिक सुरक्षा मत समन्वयक तिवारी ने जानकारी दिया की  किसी भी कोल वाशरी को कोल माइंस से कम से कम 25 किलोमीटर दूर स्थित होना चाहिए, परंतु तिवरता कोल वाशरी महज़ 10 से 12 किलोमीटर की दूरी पर संचालित की जा रही है। इस प्रक्रिया में जन सुनवाई भी सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गई, जिसे बिना वास्तविक सार्वजनिक सहभागिता के केवल कागज़ों पर पूरा किया गया।

पर्यावरण और किसानों पर प्रभाव

तिवारी ने आरोप लगाया कि वाशरी के चलते आसपास की भूमि बंजर होती जा रही है और किसानों की उर्वरकता पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। पर्यावरण विभाग द्वारा जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र भी घोर अनियमितताओं के तहत जारी किया गया, जिसमें मोटी रकम लेकर क्लीयरेंस प्रदान किए जाने की बात कही गई है।

एनएचएआई की संलिप्तता का आरोप

वाशरी को राष्ट्रीय राजमार्ग से मात्र 10-20 मीटर की दूरी पर अनुमति दी गई है, जबकि नियमों के अनुसार यह दूरी कम से कम 500 से 1000 मीटर होनी चाहिए। इस पूरे मामले में एनएचएआई के अधिकारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।

आंदोलन की चेतावनी

नागरिक सुरक्षा मंच ने प्रशासन को चेताया कि यदि उक्त वाशरी को अविलंब बंद नहीं किया गया और दोषियों के विरुद्ध जांच शुरू नहीं हुई, तो वे जनहित में विरोध

Back to top button