कप्तानी डेब्यू में शतक ठोक Shubhman Gill ने रचा इतिहास, तोड़ा कोहली का रिकॉर्ड
इस टेस्ट मैच से पहले पिछले लगभग साढ़े 4 साल में शुभमन गिल ने एशिया से बाहर टेस्ट क्रिकेट में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया था. मगर न सिर्फ उन्होंने ये सूखा खत्म किया बल्कि कप्तानी की शुरुआत ही शानदार शतक के साथ की है.

Shubhman Gill/दिल्ली: टीम इंडिया में ‘गिल-राज’ का इससे शानदार और धमाकेदार आगाज़ नहीं हो सकता था।
जिस खिलाड़ी पर एशिया के बाहर खराब प्रदर्शन के कारण सवाल उठ रहे थे, उसी शुभमन गिल ने कप्तानी का ताज पहनते ही अपने बल्ले से हर आलोचक को करारा जवाब दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर, कप्तान के तौर पर अपने पहले ही टेस्ट मैच में गिल ने एक ऐतिहासिक शतक जड़कर दुनिया को बता दिया है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।
दबाव को बनाया हथियार, पहली पारी में ही गरजा बल्ला
शुक्रवार को जब 25 साल के Shubhman Gill कप्तानी के लिए मैदान पर उतरे, तो उन पर उम्मीदों और संदेह का दोहरा दबाव था। एक तरफ कप्तानी की नई जिम्मेदारी, दूसरी तरफ एशिया के बाहर अपने खराब रिकॉर्ड को सुधारने की चुनौती।
लेकिन गिल ने इस दबाव को ही अपना हथियार बना लिया। यशस्वी जायसवाल के शतक के बाद, पहली बार नंबर चार पर बल्लेबाजी करने उतरे गिल ने दिखाया कि वह सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक लीडर हैं। उन्होंने बेखौफ अंदाज में इंग्लिश गेंदबाजों का सामना किया और दिन का खेल खत्म होने से पहले ही अपना यादगार शतक पूरा कर लिया।
140 गेंदों में यादगार शतक
गिल ने 75वें ओवर में जॉश टंग की गेंद पर चौका लगाकर अपना छठा टेस्ट शतक पूरा किया। उनकी यह शतकीय पारी सिर्फ 140 गेंदों में आई, जिसमें 14 दर्शनीय चौके शामिल थे। यह शतक कई मायनों में खास था। यह न सिर्फ एशिया के बाहर उनका पहला टेस्ट शतक था, बल्कि इसने पिछले साढ़े चार साल के सूखे को भी खत्म कर दिया, जिसमें वह विदेशी धरती पर एक अर्धशतक तक नहीं लगा पाए थे।
इस शानदार पारी के साथ ही शुभमन गिल ने रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी:
सबसे युवा भारतीय कप्तान: गिल (25 साल 285 दिन) कप्तानी डेब्यू में शतक लगाने वाले सबसे युवा भारतीय कप्तान बन गए हैं। उन्होंने विराट कोहली (26 साल, 34 दिन) का रिकॉर्ड तोड़ा।
एलिट क्लब में एंट्री: वह कप्तानी डेब्यू में शतक लगाने वाले सिर्फ चौथे भारतीय बल्लेबाज हैं। उनसे पहले यह कारनामा विजय हजारे (1951), सुनील गावस्कर (1976) और विराट कोहली (2014) ने किया था।दुनिया भर में वह ऐसा करने वाले चौथे सबसे युवा कप्तान बन गए हैं।