Chhattisgarh

फर्जी नंबर प्लेट, फर्जी कागज़ात… ट्रक समेत 11 लाख का चावल पार.. पुलिस ने किया गैंग का पर्दाफाश

जांजगीर-चांपा… अकलतरा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी नंबर प्लेट वाले ट्रक से लाखों रुपये के चावल की चोरी में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।  अपराध मध्यप्रदेश के सिंगरौली और सीधी जिले से जुड़ा है। जिसमें आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से ट्रांसपोर्ट और दस्तावेजों की आड़ में चोरी को अंजाम दिया।

आरोपियों ने ऐसे रची साजिश

शिकायतकर्ता रसिक अग्रवाल, संचालक – रसिक बिहारी फूड प्राइवेट लिमिटेड ने 23 जुलाई को रिपोर्ट दर्ज कराई  कि उन्होंने 1350 बोरी चावल जिसकी कीमत करीब11,52,000 है।अकलतरा से वापी, गुजरात भेजने के लिए बिलासपुर की ट्रांसपोर्ट एजेंसी से संपर्क किया था।

13 जुलाई को ट्रांसपोर्ट एजेंसी ने ट्रक CG04 PV 2156 भेजा,।  दस्तावेज और ड्राइवर की आईडी की जांच के बाद 14 जुलाई को माल लोड कर रवाना किया गया। दो दिन बाद से ड्राइवर और ट्रक मालिक के मोबाइल बंद आने लगे। किसी भी स्तर पर कोई संपर्क नहीं हो सका। नतीजन 23 जुलाई को धारा 316(3), बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।

साइबर तकनीक ने खोला पूरा जाल:

एसपी के निर्देश पर  विशेष टीम गठन किया गया । पुलिस टीम ने जांच पड़ताल के दौरान सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे को छाना। सीसीटीवी से हासिल फुटेज के आधार पर एक ट्रक को पहचाना गया। ट्रक पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई थी। रजिस्ट्रेशन-लाइसेंस जैसे दस्तावेज भी नकली थे।

पुलिस को पता चला कि असली ट्रक नंबर CG11 DA 2146 है,। ट्रक  वीरेंद्र साहू बरमबाबा, सीधी, मप्र के नाम पंजीकृत है। फर्जी नाम से आये ड्राइवर की पहचान बृजेश साहू नागोई, चितरंगी, सिंगरौली, मप्र के रूप में हुई। गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की गई।

बृजेश ने बताया कि उसे मालिक ने फर्जी कागज़ात दिए थे। और कहा था कि चावल वापी ले जाने के बजाय सीधी जिला ले जाना है। रास्ते में ट्रक कुकदूर कवर्धा के पास खराब हो गया,।जिसके बाद चावल को दूसरे ट्रक में लोड कर कमलेश गुप्ता थाना मेड़वाश, सीधी के गोदाम में डंप किया गया।

क्या-क्या बरामद हुआ:

पुलिस के अनुसार छानबीन के दौरान 600 बोरी चावलअसली ट्रक CG11 DA 2146 और रेकी में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो MP 53 TA 1533 को जब्त किया गया।

दोनों आरोपियों – बृजेश साहू और कमलेश गुप्ता को ट्रांजिट रिमांड पर अकलतरा लाया गया है । दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है।

Back to top button
close