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MP News- प्यार बना धोखा… लिव-इन में रह रही युवती से किए शारीरिक संबंध, अब प्रेमी ने शादी से किया इंकार

पीड़ित युवती की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। युवती ने बताया कि करीब एक साल पहले उसकी पहचान राज प्रजापति से हुई थी, जो ग्वालियर के पठानों का मोहल्ला इलाके का रहने वाला है। धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी, दोस्ती प्यार में बदली और फिर राज ने उसे शादी का वादा करके अपने साथ लिव-इन में रहने के लिए राजी कर लिया।

MP news/ग्वालियर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां मोहब्बत की आड़ में एक युवती के साथ गंभीर धोखा किया गया। यह मामला न सिर्फ कानून और समाज की चेतावनी बन गया है, बल्कि यह भी बताता है कि लिव-इन रिलेशनशिप में कैसे भावनाओं का शोषण किया जा सकता है। 19 वर्षीय एक युवती ने आरोप लगाया है कि प्रेमी ने शादी का झांसा देकर महीनों तक उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और अब साफ तौर पर शादी से इंकार कर दिया है।

पीड़ित युवती की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। युवती ने बताया कि करीब एक साल पहले उसकी पहचान राज प्रजापति से हुई थी, जो ग्वालियर के पठानों का मोहल्ला इलाके का रहने वाला है। धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी, दोस्ती प्यार में बदली और फिर राज ने उसे शादी का वादा करके अपने साथ लिव-इन में रहने के लिए राजी कर लिया। युवती ने अपने घर-परिवार को छोड़कर राज के साथ एक किराए के कमरे में रहना शुरू कर दिया।

पिछले पांच महीनों से दोनों एक साथ रह रहे थे, इस दौरान कई बार शारीरिक संबंध भी बने। लेकिन जब भी युवती ने शादी की बात छेड़ी, राज बहाने बनाकर बात टालता रहा। हाल ही में जब युवती ने इस विषय पर दबाव डाला, तो राज ने अपनी असली मंशा उजागर कर दी और साफ-साफ कह दिया कि वह शादी नहीं करेगा। उसने यहां तक कह दिया कि अगर साथ रहना है तो ऐसे ही रहना होगा, वरना घर छोड़कर चली जाए।

इस गहरे विश्वासघात से आहत होकर पीड़िता ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी के घर पर दबिश भी दी, लेकिन वह फरार हो गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

यह मामला न सिर्फ प्रेम और भरोसे के नाम पर किए गए अपराध की मिसाल है, बल्कि यह भी दिखाता है कि लिव-इन जैसे निजी रिश्तों में भी धोखे और शोषण की संभावना किस कदर बढ़ रही है। इस घटना ने समाज में फिर से यह बहस छेड़ दी है कि ऐसे मामलों में महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए क्या कानूनी और सामाजिक कदम उठाए जाने चाहिए।

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