नशीली दवाओं के खिलाफ पुलिस का बड़ा एक्शन: अंतरराज्यीय गिरोह बेनकाब, यूपी से लेकर छत्तीसगढ़ तक नेटवर्क ध्वस्त

बिलासपुर… जिले में नशीली दवाओं की तस्करी और अवैध बिक्री के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह कार्रवाई तारबाहर और सरकंडा थाना क्षेत्रों में एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई, जिसमें कुल चार आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से नशीली टैबलेट, कैप्सूल, नकद रकम समेत अहम सुराग बरामद किए हैं।
तारबाहर पुलिस की कार्रवाई: यूपी से हुई गिरफ्तारी
थाना तारबाहर के अनुसार, 30 जून को मुखबिर की सूचना पर पहले ही तीन आरोपी — कुणाल रजक, राहुल पाटले और प्रिंस बारी — को गिरफ्तार किया गया l प्रकरण में फरार चल रहेअम्बिकापुर निवासी अभिषेक बारी और उत्तरप्रदेश के रॉबर्ट्सगंज निवासी सुमित कुमार केसरी को उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार कर बिलासपुर लाया गया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि सुमित केसरी, केसरी मेडिकल स्टोर के माध्यम से नशीली दवाएं सप्लाई करता था। अभिषेक बारी अम्बिकापुर और बिलासपुर में प्रिंस बारी के साथ मिलकर बेचता था। दोनों आरोपियों ने नशीली टेबलेट के कारोबार में संलिप्तता स्वीकार की है। उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
सरकंडा थाना की त्वरित रेड: दो आरोपी गिरफ्तार
इसी कड़ी में सरकंडा थाना क्षेत्र में भी नशीली दवाओं की बिक्री की शिकायत पर कार्यवाही की गई। लिंगियाडीह शीतला मंदिर के पास से रेहान खान उर्फ राज और लोकेश कारे को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 120 नग प्रतिबंधित कैप्सूल और नकद बरामद किया गया।
पूछताछ में रेहान ने बताया कि यह दवाएं लोकेश कारे ने बिक्री के लिए दिया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ NDPS एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस का सख्त संदेश
कार्रवाई को लेकर बिलासपुर पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बताया कि नशीली दवाओं के अवैध व्यापार पर पूरी तरह से शिकंजा कसने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कार्रवाई राज्य और राज्य के बाहर फैले नशा तस्करों के फैले नशा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।