Chhattisgarh

Chhattisgarh: नक्सल विरोधी अभियान में अब तक 100 नक्सली ढेर..तेज हुए ऑपरेशन..बस्तर दौरे पर आएंगे अमित शाह, बड़े फैसलों की उम्मीद

रायपुर / Chhattisgarh के Sukma और Dantewada जिले की सीमा पर शनिवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और CRPF के 500-600 जवानों ने 17 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें 11 महिला नक्सली भी शामिल हैं। इस मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर जगदीश उर्फ बुधरा भी था, जिस पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

मारे गए नक्सली बुधरा का नाम 2013 में हुए दरभा घाटी के झीरम कांड से जुड़ा है। इस हमले में कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा समेत कई बड़े कांग्रेसी नेताओं की मौत हो गई थी।

बुधरा की मौत को सुरक्षा एजेंसियां नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी जीत मान रही हैं। इसके अलावा, ऑपरेशन में इंसास और SLR जैसे ऑटोमेटिक हथियारों का बड़ा जखीरा भी बरामद किया गया है।

छत्तीसगढ़ के बस्तर रेंज में इस साल अब तक 100 नक्सलियों का एनकाउंटर किया जा चुका है। खासकर, 20 मार्च से 29 मार्च के बीच, यानी 10 दिन में ही 49 नक्सली मारे गए हैं। इससे पहले 25 मार्च को सुरक्षाबलों ने 25 लाख के इनामी नक्सली सुधीर उर्फ सुधाकर समेत तीन नक्सलियों को मार गिराया था। यह ऑपरेशन दिखाता है कि सुरक्षाबल नक्सलियों के सफाए के लिए कितने आक्रामक हो चुके हैं।

मुठभेड़ में DRG के तीन और CRPF का एक जवान घायल हुआ, लेकिन सभी खतरे से बाहर हैं। DIG कमलोचन कश्यप के मुताबिक, ऑपरेशन पूरा हो चुका है और DRG के जवान नक्सलियों के शवों को 10 किलोमीटर पैदल जंगल से बाहर लाए। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है

गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट संदेश दिया कि हथियार और हिंसा से कोई बदलाव नहीं आ सकता, बल्कि केवल शांति और विकास से ही बदलाव संभव है। उन्होंने नक्सलियों को सरेंडर करने की अपील की और कहा कि सरकार सरेंडर पॉलिसी के तहत उनका पुनर्वास करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी सुरक्षाबलों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खत्म करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है

केंद्रीय गृहमंत्री 4 अप्रैल को बस्तर के दंतेवाड़ा दौरे पर जाएंगे, जहां वे नक्सल ऑपरेशन को लेकर अहम बैठक करेंगे। इससे पहले भी अगस्त 2024 और दिसंबर 2024 में वे रायपुर और जगदलपुर आए थे और उन्होंने नक्सलियों को चेतावनी दी थी कि 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का खात्मा कर दिया जाएगा

छत्तीसगढ़ सरकार और सुरक्षाबल नक्सलवाद को खत्म करने के लिए आक्रामक रणनीति अपना रहे हैं। राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सरकार एक भी गोली चलाना नहीं चाहती, लेकिन अगर नक्सली हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ते तो उनका सफाया तय है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ राज्यों में नक्सली सरेंडर कर चुनाव लड़े और मंत्री बने। इसलिए, जो भी नक्सली हिंसा छोड़ना चाहते हैं, उन्हें सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ उठाना चाहिए।

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