PWD व्यापम परीक्षा में हाईटेक नकल कांड…सगी बहनों ने दिया मिलकर अंजाम..कांग्रेस ने मांगी CBI जांच

बिलासपुर –छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में रविवार को आयोजित PWD विभाग की इंजीनियरिंग परीक्षा में हाईटेक नकल का बड़ा खुलासा हुआ है।
सरकंडा क्षेत्र के पंडित शिव दुलारी दुबे आत्मानंद स्कूल परीक्षा केंद्र में NSUI नेताओं ने एक हाईटेक गैजेट्स से लैस लड़की को पकड़कर प्रशासन के हवाले किया, जो अपनी बहन को नकल करा रही थी। पूरे प्रदेश मे परीक्षा का आयोजन एक साथ व्यावसायिक परीक्षा मंडल छत्तीसगढ़ ने किया ।
वॉकी-टॉकी, कैमरा, ईयरफोन और लैपटॉप से नकल करवा रही थी बहन
सुबह 10 बजे से 12 बजे तक आयोजित परीक्षा के दौरान करीब 11:30 बजे पत्रकारों और NSUI को सूचना मिली कि परीक्षा केंद्र के बाहर एक ऑटो में एक युवती हाईटेक उपकरणों के जरिए नकल करा रही है। मौके पर पहुंची NSUI टीम ने लड़की को पकड़ा, जिसके पास वॉकी-टॉकी, कैमरा, टैब और लैपटॉप मौजूद था।
लड़की के पास मिला हाईटेक उपकरणों का जखीरा
जांच में पाया गया कि परीक्षा दे रही लड़की ने इनर गारमेंट्स में स्पाइक कैमरा और कानों में माइक्रो ईयरफोन लगा रखा था। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि सगी बहनें हैं और जशपुर जिले की रहने वाली हैं। बाहर बैठी बहन ने बताया कि वह अंडमान निकोबार में नौकरी करती है और अपनी बहन को नकल कराने विशेष रूप से बिलासपुर आई है।
मामला दबाने की कोशिश, NSUI ने जताया विरोध
सूत्रों के मुताबिक, रायपुर से आए एक फोन के बाद परीक्षा नियंत्रक ने मामले को सामान्य नकल करार देकर कार्रवाई रोकने की कोशिश की। इस पर NSUI और कांग्रेस नेताओं ने तीव्र विरोध जताया। जल्द ही NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे सहित कई कांग्रेस नेता मौके पर पहुंच गए।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने सोशल मीडिया पर सरकार को घेरा। सिंहदेव ने कहा,“बिना राजनीतिक संरक्षण के इतना हाईटेक नकल संभव नहीं है। मामले की CBI से जांच होनी चाहिए।”
NSUI का आरोप: 17 केंद्रों में पर 40 नकल गैंग
NSUI अध्यक्ष नीरज पांडे ने दावा किया कि परीक्षा में राज्यभर के करीब 17 केंद्रों में से 40 में संगठित गैंग नकल करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि“यह सुनियोजित गैंग का काम है जो सरकार में बैठे रसूखदारों की शह पर संचालित हो रहा है। परीक्षा को रद्द कर सीबीआई जांच जरूरी है।”
विधानसभा में उठेगा मुद्दा, सरकार पर बढ़ेगा दबाव
चूंकि 24 जुलाई से राज्य का मानसून सत्र शुरू हो रहा है, इसलिए कांग्रेस ने इस पूरे मामले को विधानसभा में जोरशोर से उठाने की तैयारी कर ली है। विपक्ष की रणनीति है कि भाजपा सरकार को शिक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार और परीक्षा प्रणाली की असफलता को लेकर घेरा जाए।
प्रशासन का आश्वासन, होगी कार्रवाई
पुलिस और जिला प्रशासन ने कहा है कि प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर FIR दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में सब-इंजीनियर भर्ती परीक्षा के दौरान हाईटेक नकल का चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां लैपटॉप, माइक्रो डिवाइस और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के ज़रिए संगठित तरीके से नकल हो रही थी। ये कोई साधारण घटना नहीं, बल्कि एक गहरी साज़िश का हिस्सा है।
ये पहली बार नहीं हो…
— T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) July 13, 2025
मामला गंभीर..सकते में लोग
यह हाईटेक नकल कांड सिर्फ एक परीक्षा में धोखाधड़ी नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिन्ह है। बुद्धजीवियों ने कहा कि अगर समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो यह भविष्य में और बड़े घोटालों का कारण बन सकता है। देखते हैं कि सरकार क्या करती है।
नेताओं का गम्भीर आरोप
ंग्रेस नेता विजय पांडेय महंत गंगोत्री पूर्व मेयर राम शरण यादव एनएसयूआई। नेता नीरज पाण्डेय विकास सिंह ने कहा कि बिना किसी रसूखदार के उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश स्टाइल में हाइटेक नकल असंभव है..
हमने प्रशासन के सामने मांग रखा है कि रायपुर से या बाहर से। किसका फ़ोन आया उसकी जांच होनी चाहिए। नीरज पाण्डे ने कहा चाहे सीएम हाऊस से या उपमुख्यमंत्री के प्रभाव क्षेत्र से क्यों न फोन आया हो हम सीबीआई की माँग करते हैं.