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Gallbladder Stones Symptoms – पेट दर्द को गैस समझने की भूल न करें! ये Gallbladder Stones का हो सकता है संकेत, जानें लक्षण और इलाज

Gallbladder Stones Symptoms/अक्सर हम पेट में होने वाले तेज या चुभने वाले दर्द को गैस या अपच मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन हर बार ऐसा करना आपके स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। कई बार यह साधारण सा दिखने वाला दर्द शरीर के अंदर पनप रही किसी गंभीर बीमारी का इशारा होता है।

खासतौर पर, अगर आपको यह दर्द पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में महसूस होता है, जो धीरे-धीरे आपकी पीठ या कंधे तक फैल जाता है और भारी भोजन करने के बाद बढ़ जाता है, तो इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें। यह पित्त की थैली की पथरी यानी गॉलब्लैडर स्टोन का एक स्पष्ट संकेत हो सकता है।

डॉक्टरों के अनुसार, गॉलब्लैडर की पथरी के शुरुआती और सबसे आम लक्षणों में पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में असहनीय दर्द होना शामिल है।

यह दर्द इतना तेज हो सकता है कि कई बार सीने, पीठ या दाहिने कंधे तक भी पहुंच जाता है, जिससे व्यक्ति बेचैन हो उठता है। यह दर्द आमतौर पर तला हुआ, मसालेदार या भारी भोजन करने के कुछ समय बाद अचानक बढ़ जाता है। इसके अलावा, कुछ मरीजों को मतली, उल्टी, पेट फूलना और अपच जैसी समस्याओं का भी लगातार सामना करना पड़ता है। यदि स्थिति गंभीर हो जाए तो पीलिया, तेज बुखार और कंपकंपी जैसे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं।

अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह पथरी बनती क्यों है। इसके पीछे हमारी जीवनशैली और खानपान की आदतें काफी हद तक जिम्मेदार होती हैं। शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर, बढ़ता हुआ मोटापा और हार्मोनल बदलाव इसके प्रमुख कारणों में से हैं। इसके अलावा, बहुत अधिक तेल और मसालेदार भोजन, फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड का सेवन भी पित्त की थैली में पथरी बनने का खतरा बढ़ाता है।

शरीर में पानी की कमी और लंबे समय तक भूखे रहना या उपवास करना भी इस समस्या को जन्म दे सकता है।

अगर आपको ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बिना देर किए तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। गॉलब्लैडर की पथरी का पता लगाने के लिए अल्ट्रासाउंड सबसे आसान, सुरक्षित और सटीक जांच मानी जाती है। इलाज की बात करें तो, शुरुआती अवस्था में डॉक्टर डाइट में बदलाव और कुछ दवाओं से राहत देने की कोशिश कर सकते हैं।

हालांकि, अगर पथरी का आकार बड़ा है या उनकी संख्या ज्यादा है, तो सर्जरी ही इसका एकमात्र और स्थायी समाधान है। आजकल यह ऑपरेशन लैप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टॉमी तकनीक से किया जाता है, जिसमें मरीज बहुत जल्दी ठीक हो जाता है।

इस गंभीर समस्या से बचने के लिए बचाव के उपाय अपनाना बेहद जरूरी है। अपने भोजन में तेल और वसा का सेवन सीमित करें और नियमित रूप से व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। अपनी डाइट में ताजे फल, हरी सब्जियां और फाइबर युक्त चीजों को शामिल करें और दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। लंबे समय तक भूखे रहने से बचें। याद रखें, पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में होने वाले दर्द को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।

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