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कोयला खनिकों की वजह से हमारा घर रोशन…कोयला मंत्री किशन रेड्डी ने कहा…कोरबा ही नहीं..भारत की शान है गेवरा

कोयला मंत्री ने श्रमिकों के साथ किया भोजन..लिया सेल्फी

बिलासपुर—कोयला खनिक देश का सच्चा ऊर्जा सिपाही है। हमारे कोयला खनिक देश का सच्चा ऊर्जा प्रहरी है। यह बातें केन्द्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने प्रदेश के कोरबा जिला स्थित गेवरा खदान दौरान कही। केन्द्रीय मंत्री ने खनन में सतत विकास के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि खदानों के समापन योजनाओं को तेज़ी से लागू किया जाएगा।

विश्व की दूसरी सबसे बड़ी, एसईसीएल की कोरबा जिला स्थित गेवरा खदान पहुंचे। केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी का एसईसीएल अधिकारियों ने फूल माला के साथ स्वागत किया। भ्रमण के दौरान केन्द्रीय मंत्री ने खनिकों को सम्मानित किया। खनिकों के साथ भोजन किया साथ ही सेल्फी भी लिया।

10 अप्रैल को केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की गेवरा खदान का दौरा किया। अधिकारियों ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि गेवरा स्थित कोयला खदान को विश्व की दूसरी बड़ी खदान की हैसियत हासिल है। कोरबा पहुंचने पर सीआईएसएफ ने मंत्री का स्वागत गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया।

गेवरा माइन व्यूपॉइंट पर एसईसीएल टीम ने मंत्री  को खनन गतिविधियों की विस्तृत जानकारी को साझा किया। रेड्डी ने कोयला कर्मियों और  महिला कर्मियों समेत  विभिन्न कर्मियों को सम्मानित किया।  राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में सभी के अहर्निश योगदान की सराहना की।

मंत्री ने  धदान में उतरकर 42 क्यूबिक मीटर शैवेल और  240 टन डंपर जैसी विश्व की अत्याधुनिक खनन मशीनों का संचालन देखा। ब्लास्ट-फ्री सरफेस माइनर तकनीक से कोयला उत्खनन और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन के लिए विकसित साइलो का भी निरीक्षण किया।

मंत्री ने खनन मशीन ऑपरेटरों से सीधे संवाद कर उत्साहवर्धन किया।  दौरे की महत्वपूर्ण कड़ी में मंत्री रेड्डी ने कोयला कर्मियों के साथ कैंटीन में बैठकर भोजन किया। सबके साथ सेल्फी लेने के साथ ही संवाद भी किया। इस दौरान कोयला कर्मियों में केन्द्रीय कोयला मंत्री से मिलकर गज़ब का उत्साह देखने को मिला।

मंत्री महोदय ने जापानी मियावाकी तकनीक से विकसित पौधरोपण स्थल का भी दौरा किया। कर्मचारियों के लिए बनाए गए ‘कल्याण मंडप’ का उद्घाटन किया और पौधा भी लगाया। उन्होंने कहा कि भारत की 70 प्रतिशत से अधिक बिजली कोयले से उत्पन्न होती है। हमारा कोयला खनिक देश का सच्चा ऊर्जा प्रहरी है। खनन में सतत विकास के महत्व को रेखांकित करते हुए मंत्री ने कहा कि खदानों के समापन की योजनाओं को तेज़ी से लागू करने पर भी बल दिया।

गेवरा की भूमिका को अहम बताते हुए मंत्री ने कहा कि गेवरा एसईसीएल नहीं बल्कि देश का गौरव है। हम भोजन का थोड़ा इंतज़ार कर सकते हैं..लेकिन कुछ समय के लिए बिजली चली जाए तो हम परेशान हो जाते हैं। हमारा घर कोयला खनिकों के परिश्रम से ही रोशन हो रहा है।

इस अवसर पर कोल इंडिया लिमिटेड चेयरमैन पी.एम. प्रसाद, कोयला मंत्रालय संयुक्त सचिव बीपी पति, एसईसीएल  अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक हरीश दुहन समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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