मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण और शिक्षा श्री पुरस्कार समारोह

बिलासपुर/मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण एवं शिक्षा श्री पुरस्कार समारोह का आयोजन शुक्रवार को प्रार्थना सभा भवन में हुआ।
कार्यक्रम में बिलासपुर संभाग के विभिन्न जिलों से चयनित 17 शिक्षकों को सत्र 2023 और 2024 के लिए उत्कृष्ठ प्राचार्य और व्याख्याता वर्ग में सम्मानित किया गया। जिले की मोपका हाई स्कूल की प्राचार्य श्रीमती अर्चना जोशी को उत्कृष्ठ प्राचार्य के लिए पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में महापौर पूजा विधानी, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, संभागायुक्त सुनील जैन, माध्यमिक शिक्षा मंडल के सदस्य प्रफुल्ल शर्मा, संयुक्त संचालक आर. पी. आदित्य, जिला शिक्षा अधिकारी अनिल तिवारी इस अवसर पर मौजूद रहे।
प्रार्थना सभाभवन में आयोजित सम्मान समारोह में महापौर श्रीमती पूजा विधानी ने कहा कि “शिक्षक बच्चों को ऐसे संवारते हैं जैसे माली पौधों को”। उन्होंने कहा कि जैसे माली पौधों को सींचकर वृक्ष बनाता है, वैसे ही शिक्षक बच्चों के भविष्य को आकार देते हैं।
उन्होंने कहा कि शासन की मंशा शिक्षा की गुणवत्ता को ऊंचा उठाने की है। जिसके लिए शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण और शिक्षा श्री सम्मान से शिक्षकों का उत्सावर्धन होगा और वे शिक्षा क्षेत्र में और बेहतर कार्य के लिए प्रेरित होंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी ने कहा कि शिक्षक देश के नौनिहालों को दिशा देते हैं। शिक्षा ही वह आधार है जिस पर समाज का निर्माण होता है और देश का भविष्य बनता है।
संभागायुक्त सुनील जैन ने अपने संबोधन में कहा कि यह पुरस्कार नहीं, जिम्मेदारी है। उन्होंने शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि, आप जिन बच्चों के लिए काम कर रहे हैं, वे देश का भविष्य हैं। शिक्षक यह गर्व से कह सकें कि यह मेरा छात्र है, यही असली सम्मान है।
उन्होंने शिक्षकों से कहा कि पुरस्कार के साथ जिम्मेदारी भी आती है। पुरस्कार की गरिमा बनाए रखना एक बड़ा दायित्व है जिसे आपको पूरा करना है। संयुक्त संचालक आर. पी. आदित्य ने जानकारी दी कि जिला स्तर पर गठित समिति द्वारा शिक्षकों का मूल्यांकन किया गया। उसके बाद संभाग स्तर पर स्कूटनी कर अंतिम चयन हुआ। यह पुरस्कार सत्र 2023-24 के लिए दिया गया।
बिलासपुर जिले से श्रीमती अर्चना जोशी (शा. हाई स्कूल, मोपका, बिल्हा), जांजगीर-चांपा से श्रीमती के.व्ही. कुजूर (शा. हाई स्कूल सकूली), कोरबा से श्री रामविलास डहरिया (शा.उ.मा.वि. कुदुरमाल), रायगढ़ से श्रीमती रूबी सज्जू (शा. नटवर अंग्रजी माध्यम स्कूल रायगढ़), गौरेला-पेंड्रा-मरवाही से श्री पी.आर. धु्रव (शा.उ.मा.वि. बस्ती), सक्ती से श्री विश्वनाथलाल जायसवाल (स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय चन्द्रपुर), तथा सारंगढ़-बिलाईगढ़ से श्रीमती विभावरी सिंह ठाकुर (शा.उ.मा.वि. हरदी) को उत्कृष्ट प्राचार्य के रूप में चयनित कर सम्मानित किया गया।
जांजगीर-चांपा जिले से श्री अमृतलाल साहू (शा.बा.उ.मा.वि. चोरिया), कोरबा से श्री लहारुराम कर्ष (शा.उ.मा.वि. कुदुरमाल), जांजगीर-चांपा से श्री अवधेश राठौर (शा.बा.उ.मा. विद्यालय धुरकोटा) को उत्कृष्ट व्याख्याता के रूप में सम्मानित किया गया।
जांजगीर-चांपा जिले से श्री पुरुषोत्तम लाल कौशिक (शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राहौद), कोरबा जिले से श्रीमती संगीता साव (शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंघिया), गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से श्रीमती आरती तिवारी (शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टीकरकला), मुंगेली जिले से डा.आई.पी. यादव सेजेस हिंदी माध्यमिक शाला दाऊपारा) को सम्मानित किया गया।
कोरबा जिले से श्रीमती श्रद्धा जायसवाल (कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मुनगाडीह), सक्ती जिले से श्रीमती कमला गवेल (शासकीय हाई स्कूल परसदाखुर्द), सारंगढ़-बिलाईगढ़ से श्री हितेन्द्र कुमार पाण्डेय (शासकीय हाई स्कूल सलीहा) को सम्मानित किया गया है।
सम्मान समारोह में सभी शिक्षकों को शॉल, श्रीफल, मोमेंटो, प्रमाण पत्र और पुरस्कार राशि प्रदान की गई। शिक्षकों ने इस सम्मान को गर्व और प्रेरणा का स्त्रोत बताया। शिक्षकों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताते हुए कहा कि यह सम्मान उनके वर्षों के परिश्रम की पहचान है। इससे उन्हें और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए व पीएमश्री कन्या स्कूल सरकण्डा की छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग और समग्र शिक्षा से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.