CG Weather: छत्तीसगढ़ में फिर चढ़ा तापमान का पारा: बस्तर में अंधड़-बारिश का अलर्ट, राजनांदगांव बना सबसे गर्म जिला

CG Weather:छत्तीसगढ़ में गर्मी ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जिससे लोगों को दिन के साथ-साथ रात में भी राहत नहीं मिल रही।
CG Weather:मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में पारा और चढ़ेगा। दूसरी ओर, बस्तर संभाग के जिलों में मौसम ने करवट ली है और वहां अंधड़ व बारिश की संभावनाएं जताई गई हैं। विभाग ने बस्तर के कई जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
CG Weather: राजधानी रायपुर में गुरुवार को अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक है। रात में बढ़ी उमस ने लोगों को चैन की नींद से वंचित कर दिया। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले पांच दिनों तक रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग में तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है। वहीं सरगुजा और बस्तर में भी तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी संभव है।
राजनांदगांव में स्थिति और अधिक गंभीर रही, जहां दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जिससे यह जिला प्रदेश में सबसे गर्म स्थान बन गया। न्यूनतम तापमान भी 25.5 डिग्री दर्ज किया गया, जिससे यह साफ संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में गर्मी और तीव्र होगी। वहीं बिलासपुर में भी गुरुवार को तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया, जबकि बुधवार को यह 38.3 डिग्री था। रात का तापमान 23.4 डिग्री रहा।
बस्तर संभाग के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) के प्रभाव से बस्तर, कोंडागांव, नारायणपुर, कांकेर, बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा में गरज-चमक और तेज अंधड़ के साथ हल्की बारिश हो सकती है। गुरुवार को जगदलपुर में दिन का तापमान 34.6 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 2.7 डिग्री कम रहा, जबकि रात का तापमान 23.4 डिग्री रहा।
सरगुजा संभाग में अभी भी तापमान सामान्य से नीचे है। अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री रहा जो औसत से एक डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 20.9 डिग्री दर्ज किया गया। बलरामपुर और जशपुर में आज अंधड़ और हल्की बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे वहां के निवासियों को थोड़ी राहत मिल सकती है।
प्रदेश के मौसम में इस अस्थिरता का मुख्य कारण पूर्व-पश्चिम द्रोणिका है, जो पूर्वी मध्यप्रदेश से होते हुए छत्तीसगढ़, झारखंड, बंगाल और बांग्लादेश तक फैली हुई है। इस सिस्टम के कारण समुद्र से नमी आ रही है, जिससे कहीं-कहीं हल्की बारिश और ओलावृष्टि भी देखी गई है।