BilaspurChhattisgarh

7 साल से फरार दोनों आरोपी..यहां से गिरफ्तार..झांसा देकर लूटा 70 हजार करोड़..अकेले रतनपुर में साढ़े 4 करोड़ की ठगी

चिटफंड कम्पनी के फरार दोनो मास्टर माइंड 7 साल बाद गिरफ्तार

बिलासपुर—चिटफण्ड कम्पनी मे आम जनता से करोड़ों की धोखाधड़ी के अपराध में फरार दो आरोपियो की गिरफ्तारी में पुलिस को सफलता मिली है। फरार आरोपी पिछले सात साल से पुलिस को चकमा दे रहे थे। जबकि मामले में पांच आरोपियों को पहले ही जेल दाखिल कराया गया है। पंजाब जेल से गिरफ्तार दोनो आरोपियों ने बताया कि PACL कम्पनी बनाकर पूरे देश में करीब  70,000 करोड़ की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। पुलिस के अनुसार पकड़ गए दोनो आरोपी  दिल्ली  और पंजाब के रहने वाले है।
गिरफ्तार आरोपियों का नाम,पता,ठिकाना
1) गुरमित सिंह पिता स्व. कुलवंत सिंह उम्र 60 वर्ष निवासी मौर्या इन्क्लेव प्रीतमपुरा थाना मौर्या इन्क्लेव जिला दिल्ली नार्थ वेस्ट दिल्ली.
2) सुब्रतो भट्टाचार्य पिता स्व. विरेश्वर भट्टाचार्य उम्र 64 वर्ष निवासी साउथ सिटी गुरूग्राम थाना सेक्टर 40 गुरूग्राम जिला हरियाणा पंजाब.
धोखाधड़ी का मामला
  पुलिस जानकारी के अनुसार साल 2018 में खैरमुण्डी रतनपुर निवासी अनिल मधुकर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि  PACL बीमा कम्पनी ने रकम दो गुूनी का झांसा देकर करोड़ों रूपयों क घोटाला किया है। कपंनी ने आम जनता को 5 साल में रकम दुकाना करने का झांसा दिया। इसके अलावा अधिक ब्याज का भी प्रलोभन दिया।
झांसा में आकर आम जनता ने पीएसीएल बीमा कम्पनी में निवेश किया। इस तरह बीमा कम्पनी ने कुल 1449 निवेशको से 42,782,451 रूपया जमा कराया लेकिन किसी का रकम वापस नहीं किया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अनिल मधुकर की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए PACL बीमा वित्तीय कपंनी के डायरेक्टरों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया गया।
धोखाधड़ी मामले में विवेचना के दौरान वित्तीय कपंनी PACL इंडिया लिमिटेड बीमा कंपनी के डायरेक्टर निर्मल सिंह भंगू निवासी मुक्तसर साहिब मोहाली पंजाब,डायरेक्टर त्रिलोचन सिंह उर्फ तरलोचन उर्फ सिद्धू समेत डायरेक्टर अनिल चौधरी लेधा, सिकंदर सिंह ढिल्लन, जोगींदर टायगर को पूर्व में गिरफ्तार कर  न्यायालय के हवाले किया गया है।
मामले में फरार अन्य फरार आरोपी कम्पनी के डायरेक्टरों की लगातार पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान जानकारी मिली की फरार आरोपी डायरेक्टर गुरमित सिंह और सुब्रतो भट्टाचार्य जिला जेल में सजा काट रह है। जानकारी के बाद आरोपियों को न्यायालय से अनुमति लेने के बाद कब्जे में लिया गया।
कब्जे में लिए गए दोनो आरोपी डायरेक्टरों ने बयान दिया कि सभी ने मिलकर सम्पूर्ण भारत के अलग-अलग क्षेत्र में PACL कपंनी में लगभग 70,000 करोड़ रूपये जमा कराए। लेकिन धोखाधड़ी कर किसी का रूपया नहीं लौटाया है। आरोपियों को गिरफ्तार  न्यायालय बिलासपुर में पेश किया गया ।
              फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में रतनपुर थाना प्रभारी  नरेश कुमार चौहान, सहायक उप निरीक्षक उदयभान सिंह, संजय यादव, विजेन्द्र रात्रे का विशेष योगदान रहा।

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