CG Vidhansabha: विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस का रणनीतिक मंथन, महंत बोले– हर दिन आक्रामक होंगे, सरकार को घेरेंगे

CG Vidhansabha/रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है, और इससे पहले रविवार को कांग्रेस ने अपने विधायक दल की बैठक बुलाकर रणनीति तय कर ली है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत की अगुवाई में हुई इस अहम बैठक में तय हुआ कि सत्र के हर दिन कांग्रेस पूरी आक्रामकता के साथ सरकार को घेरने का काम करेगी।
डॉ. महंत ने बैठक के बाद स्पष्ट किया कि यह सत्र भले ही कम अवधि का है, लेकिन कांग्रेस इसे सरकार की जवाबदेही तय करने के अवसर के रूप में लेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसान, आदिवासी, युवाओं, शिक्षा व्यवस्था, कानून व्यवस्था जैसे कई मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाएगी।
कांग्रेस ने सत्र के पहले दिन खाद-बीज की किल्लत और जंगलों में हो रही अवैध कटाई को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया है।
इसके अलावा रेत के अवैध उत्खनन, पीएम आवास योजना की स्थिति, बिगड़ती कानून व्यवस्था और गोलीकांड जैसे गंभीर मुद्दे भी सदन में गूंजेंगे।
महंत ने कहा कि युक्तियुक्तिकरण के नाम पर 10 हजार स्कूलों को बंद कर दिया गया, यह शिक्षा व्यवस्था पर हमला है और इस मुद्दे को भी विधानसभा में जोरशोर से उठाया जाएगा।
हालांकि इस बैठक में कांग्रेस के 10 से अधिक विधायक शामिल नहीं हो सके।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राहुल गांधी दिल्ली में आदिवासी विधायकों की विशेष बैठक ले रहे हैं, इसलिए कई विधायक वहां रवाना हो गए हैं। कुछ अन्य विधायक निजी कारणों से उपस्थित नहीं हो सके।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सत्र की अवधि पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि केवल पांच दिनों के सत्र में इतने अहम मुद्दों को समेटना आसान नहीं होगा। उन्होंने राज्य की सड़कों की जर्जर हालत पर भी सरकार को घेरा। बघेल ने कहा कि पौने दो साल में सरकार ने सड़कों की मरम्मत तक नहीं करवाई है। अलग से बजट लाना तो दूर, रिपेयरिंग जैसे बुनियादी कार्य तक नहीं हो रहे हैं।
कानून व्यवस्था को लेकर भी उन्होंने सरकार पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं, विधायकों की गाड़ियों पर पथराव हो रहा है, इससे सरकार की विफलता स्पष्ट है।