घने जंगल में तीस नक्सली ढेर…मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री ने दी शहीद जवान को श्रद्धांजलि..कहा..व्यर्थ नहीं जाएगी शहादत
बीजापुर और कांकेर में जवानों ने किया 30 नक्सलियों को ढेर

बिलासपुर—बीजापुर और कांकेर के घनो जंगलों में जवानों की संयुक्त टीम ने सीधे सीधे कार्रवाई में 30 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। दुखद बात है कि एक जवान मुठभेड़ में शहीद हो गया है। मुठभेढ़ के बाद जवानों ने सर्चिग के दौरान नक्सलियों के सभी शव बरामद कर लिए है। इसके अलावा नक्सलियों के अत्याधुनिक ऑटोमेटिक और सेमीऑटोमेटिक हथियार भी जब्त किये है। जवानों की सफलता पर मुख्यमंत्री ने बधाई दी है। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि साल 2026 में बस्तर समेत पूरे प्रदेश को नक्सल मुक्त घोषित कर दिया जाएगा। लोग गोदावरी के तट पर चाय पीएंगे।
छत्तीसगढ़ के बस्तर कांकेर के घने जंगलों में आमने सामने की मुठभेढ़ में वीर जवानों ने 30 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। जवानों ने दो अलग-अलग मुठभेड़ में 30 नक्सलियों को मार गिराया है। बीजापुर में 26 और कांकेर में 4 नक्सलियों को मार गिराने की पुष्टि कर दी है। सर्च अभियान के दौरान जवानों ने नक्सलियों के AK-47, इंसास रायफल समेत कई ऑटोमेटिक और सेमीऑटोमेटिक हथियार बरामद किए हैं। मुठभेड़ में डीआरजी का एक जवान शहीद हो गया है।
इंटेलीजेन्ट्स को जानकारी मिली कि गंगालूर इलाके में बड़ी संख्या में माओवादी इकट्ठा हो रहे है। बैठक में नक्सलियों के बड़े लीडर शामिल है। संभव है कि नक्सली कोई बड़ी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना तैयार कर रहे है। खबर मिलते ही पुलिस के आला अधिकारियों ने माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन का फैसला किया।
शासन के निर्देश पर बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के लिए सुरक्षा बल की संयुक्त टुकड़ियों को रवाना किया। जवानों ने सजगता के साथ नक्सल माओवादियों को चारों तरफ से घेरा किया। इसके बाद कुल तीस माओवादियों को ढेर किया।
आईजी पी सुंदरराज ने मीडिया को बताया कि सूचना के बाद बस्तर संभाग के अलग-अलग क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया गया। जवानों ने माओवादी कैडर समेत तीस नक्सलियों को मार गिराया। सर्चिंग के दौरान नक्सलियों से बड़ी मात्रा में AK-47, इंसास बरामद किया है। आईजी पी सुून्दराजन ने बताया कि मुठभेड़ में एक डीआरजी जवान भी शहीद हो गया है।
जवान के शहीद होने पर मुख्यमंत्री,उप मुख्यमंत्री समेत शासन के मंत्रियों ने बयान दिया है कि साल 2026 तक बस्तर को नक्सल मुक्त कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने दुहराया कि जवान की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। एक एक नक्सलियों को शहीद जवान की शहादत का कर्ज चुकाना ही होगा।े