BilaspurChhattisgarh

आस्था और अनुशासन का संगम— लाखों श्रद्धालुओं की पदयात्रा में पुलिस बनी सुरक्षा ढाल.. पूरी रात सड़क पर कप्तान ने संभाली कमान…1000 हथियार ज़ब्त

रतनपुर….शारदीय नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर सोमवार की रात रतनपुर महामाया मंदिर में भक्ति और आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। लाखों श्रद्धालुओं ने दूर-दूर से पैदल पहुंचकर माता महामाया के दर्शन किए। श्रद्धालुओं की इस विशाल यात्रा में सुरक्षा की कमान स्वयं बिलासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  रजनेश सिंह ने संभाली।

रतनपुर पदयात्रा को शांति और अनुशासन के साथ संपन्न कराने के लिए पुलिस ने कदम-कदम पर चाक-चौबंद व्यवस्था की थी। रात तीन बजे तक एसएसपी स्वयं सड़कों पर मौजूद रहकर नगर भ्रमण करते रहे और सुरक्षा इंतज़ामों का बारीकी से जायज़ा लिया।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष रूप से 10 पैदल और वाहन पेट्रोलिंग टीमें तैनात की गईं। असामाजिक तत्वों पर सघन नज़र रखने के लिए जगह-जगह चेकिंग की गई। इसी दौरान पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों के पास से 1000 से अधिक चुड़ा, पंच, कैंची और चाकू जैसे नुकीले औज़ार जब्त किए। भीड़ में अव्यवस्था फैलाने की कोशिश करने वाले 2 बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।

सप्तमी की रात लाखों की संख्या में श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के माता महामाया के दर्शन कर सके। भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक, ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार और सुरक्षा के कड़े इंतज़ामों के कारण यात्रा में किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।

बिलासपुर पुलिस की सतर्कता, निष्ठा और सेवा भावना के कारण सप्तमी की पदयात्रा पूरी तरह शांतिपूर्ण और भक्तिमय माहौल में सम्पन्न हुई — जहाँ आस्था और प्रशासन ने मिलकर एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया।

Back to top button
close