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ज्यादा नींद भी बन सकती है बीमारी की वजह: जानिए कितना सोना है सेहत के लिए सही

अच्छी नींद को सेहत के लिए जरूरी माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा सोना भी आपकी सेहत पर गंभीर असर डाल सकता है?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वयस्कों को रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद लेना जरूरी है, लेकिन अगर आप इससे ज्यादा समय तक सोते हैं और फिर भी थका हुआ महसूस करते हैं, तो यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।

रिसर्च बताती है कि अवसाद (डिप्रेशन), कम आय वाले या सीमित सुविधाओं वाले लोग आमतौर पर ज्यादा नींद लेते हैं। ऐसे लोग अक्सर बिना इलाज वाली बीमारियों से जूझते हैं, जिससे शरीर थक जाता है और ज्यादा सोने की आदत बन जाती है। हालांकि, ज्यादा नींद लेना कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों को जन्म दे सकता है।

ज्यादा नींद लेने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो सकता है।

वहीं, मोटापा भी एक आम समस्या है, क्योंकि ज्यादा सोने से शरीर की एक्टिविटी कम हो जाती है, जिससे कैलोरी बर्न नहीं होती और वजन बढ़ने लगता है। लगातार देर तक सोने वाले लोगों में सिरदर्द और पीठ दर्द की समस्या भी देखी जाती है, क्योंकि लंबे समय तक बिस्तर पर रहना मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है।

इसके अलावा, ज्यादा नींद डिप्रेशन को बढ़ा सकती है। मानसिक रूप से उदास व्यक्ति अक्सर ज्यादा सोते हैं, लेकिन इसके बाद भी खुद को थका हुआ महसूस करते हैं।

महिलाओं में अगर रोजाना 9 घंटे से ज्यादा की नींद ली जाती है, तो दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। कुछ रिसर्च में यह भी पाया गया है कि जरूरत से ज्यादा नींद लेने वालों में समय से पहले मृत्यु का खतरा भी बढ़ जाता है।

हर व्यक्ति की नींद की आवश्यकता भिन्न हो सकती है, लेकिन औसतन 7 से 9 घंटे की नींद वयस्कों के लिए पर्याप्त मानी जाती है। अगर आप 9-10 घंटे से ज्यादा सोते हैं और फिर भी थकावट महसूस करते हैं, तो यह हाइपरसोमनिया नाम की समस्या हो सकती है, जिसमें व्यक्ति को दिनभर नींद आती रहती है और कोई काम करने की ऊर्जा नहीं बचती।

अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। अच्छी सेहत के लिए संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और नियमित एक्सरसाइज बेहद जरूरी है।

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