CG News-जमानत के खेल में बड़ा फर्जीवाड़ा: किसान ऋण पुस्तिका से छेड़छाड़ कर कोर्ट में पेश करते थे फर्जी दस्तावेज, दो आरोपी गिरफ्तार

CG News-रायगढ़ के घरघोड़ा थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें जमानत के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर न्यायालय को धोखा देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है।
पुलिस ने इस मामले में पट्टाधारी पद्मलोचन साव और उसके साथी दलाल जगन्नाथ कसेरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों ने किसान ऋण पुस्तिका के पन्नों में कांटछांट कर उसे बार-बार जमानत के लिए इस्तेमाल किया, जिसे कोर्ट स्टाफ और न्यायाधीश की सतर्कता ने पकड़ लिया।
जानकारी के अनुसार, घरघोड़ा न्यायालय में पदस्थ बाबू प्रशांत कुमार सिंह ने 5 जुलाई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि थाना पूंजीपथरा के एक मामले में पद्मलोचन साव ने आरोपी तौहिद खान की जमानत के लिए अपनी किसान ऋण पुस्तिका पेश की थी।
कुछ ही समय बाद उसी ऋण पुस्तिका में पृष्ठों की हेराफेरी कर आरोपी कौशिल्या बाई की जमानत के लिए दोबारा दस्तावेज प्रस्तुत किए गए। जांच में सामने आया कि ऋण पुस्तिका में पहले से दर्ज जमानत संबंधित पन्नों को हटाकर कोरे पन्ने जोड़े गए थे।
कोर्ट स्टाफ द्वारा दस्तावेजों की जांच में जालसाजी की पुष्टि हुई, जिसके बाद पद्मलोचन साव से पूछताछ की गई, लेकिन वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका। थाना प्रभारी कुमार गौरव साहू के नेतृत्व में घरघोड़ा पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पद्मलोचन साव और जगन्नाथ कसेरा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों के पास ग्राम सूरी, तहसील पुसौर स्थित भूमि की ऋण पुस्तिका थी, जिसे बार-बार फर्जीवाड़ा कर जमानत प्रक्रिया में इस्तेमाल किया जाता था।
यह काम दलाल जगन्नाथ कसेरा की मदद से किया जाता था, जो इस जालसाजी के बदले मोटी रकम वसूलता था और दोनों आपस में रकम बांटते थे।
इस गिरोह ने 6 जून को भी ऐसी ही एक कोशिश की थी, लेकिन न्यायाधीश दामोदर प्रसाद चंद्रा और कोर्ट स्टाफ की सतर्कता के चलते समय रहते फर्जीवाड़ा पकड़ लिया गया। पुलिस ने पूछताछ के दौरान आरोपियों से कूटरचित दस्तावेज जब्त किए और उनके अपराध स्वीकार करने पर दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।