Madhya Pradesh

दोस्तों के सामने नदी में समाया युवक.. स्कूल, छात्रावास और 20 से ज्यादा घरों में घुसा बाढ़ का पानी

मध्य प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश अब आफत का सबब बन गई है। मॉनसून ने ऐसा रौद्र रूप दिखाया है कि नदियाँ ‘कातिल’ बन गई हैं और नाले उफान पर हैं, जिससे जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। कहीं दोस्तों के सामने एक युवक नदी में समा गया तो कहीं लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुसने से चीख-पुकार मची हुई है।

शिवपुरी: दोस्तों की आँखों के सामने मौत की ‘जलसमाधि’
शिवपुरी जिले में शनिवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। भौंती कस्बे का रहने वाला 40 वर्षीय अवधेश केवट अपने कुछ दोस्तों के साथ पारोंच नदी में नहाने गया था।

नदी को पार करने की कोशिश में वह अचानक पानी के जानलेवा बहाव की चपेट में आ गया। उसके दोस्त किनारे पर खड़े चीखते रह गए और देखते ही देखते अवधेश उनकी आँखों के सामने नदी की तेज लहरों में ओझल हो गया। घबराए दोस्तों ने तुरंत पुलिस और परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद से पुलिस और SDRF की टीम युवक की तलाश में जुटी हुई है।

श्योपुर में तबाही का मंजर: हर तरफ पानी ही पानी
श्योपुर जिले में शुक्रवार रात से हो रही बारिश प्रलय बनकर बरसी है। विजयपुर तहसील में कुंवारी नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि बेनीपुरी गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं। नदी का पानी गांव के स्कूल, छात्रावास और करीब 20 घरों में घुस चुका है। गांव में अफरा-तफरी का माहौल है और लोग अपनी जान बचाने के लिए जरूरी सामान लेकर घर खाली कर रहे हैं।

प्रशासन के दावों की खुली पोल, लापरवाही पड़ रही भारी
इस आसमानी आफत ने प्रशासन के पुख्ता इंतजामों के दावों की भी पोल खोल दी है।

गिरते मकान, ढहती छतें: गौहटा गांव में दो कच्चे मकानों की दीवारें ढह गईं, तो वहीं सिद्धपुरा गांव के एक स्कूल की छत से प्लास्टर गिरने से पढ़ते हुए बच्चे बाल-बाल बचे।

थाना बना तालाब: हरिजन थाना परिसर खुद बारिश के पानी से लबालब भरा है, जो दिखाता है कि हालात कितने बेकाबू हैं।

जान से खिलवाड़: प्रशासन की एडवाइजरी के बावजूद लोग जान जोखिम में डालकर उफनते नाले पार कर रहे हैं। हाल ही में दो बाइक सवारों को ग्रामीणों ने बहने से बचाया, लेकिन लापरवाही का सिलसिला जारी है।

प्रशासन ने एहतियातन पुलों पर आवाजाही रोक दी है और निचली बस्तियों को अलर्ट कर दिया है

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