Chhattisgarh

Liquor scam: शराब घोटाले में बड़ी कार्रवाई: कारोबारी के ठिकानों पर छापा, हिरासत में लिया गया

Liquor scam।छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। एसीबी-ईओडब्ल्यू (ACB-EOW) की टीम ने अब सीधे शराब कारोबारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।

Liquor scam।ताजा कार्रवाई में दुर्ग के चर्चित शराब कारोबारी विजय भाटिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। सूत्रों के अनुसार, ईओडब्ल्यू की टीम ने विजय भाटिया के दुर्ग और भिलाई स्थित पांच से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापा मारा है।

भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं की कड़ी में यह कार्रवाई अहम मानी जा रही है। लंबे समय से विजय भाटिया EOW की रडार पर था और उसकी तलाश लगातार की जा रही थी। अब अधिकारियों ने उसे हिरासत में लेकर रायपुर लाया जा रहा है, जहां उससे पूछताछ की जाएगी।

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला, जिसकी जड़ें राज्य के कई जिलों में फैली हुई हैं, करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है। अब इस घोटाले में शामिल कारोबारी चेहरों पर भी जांच एजेंसियों की निगाहें टिकी हैं। विजय भाटिया का नाम पहले से ही घोटाले के प्रमुख संदिग्धों में शामिल था और उसके खिलाफ कार्रवाई का इंतजार लंबे समय से किया जा रहा था।

लंबे समय से फरारी काट कर रहे और एसीबी की वांटेड सूची में शामिल शराब कारोबारी विजय भाटिया को दिल्ली स्थिति उनके ठिकाने से एसीबी ने अरेस्ट कर लिया है। शराब व्यवासायी को गिरफ्तार कर एसीबी के अफसर रायपुर लेकर आ रहे हैं।

जानकारी के अनुसार राजधानी रायपुर लाने के बाद एसीबी कारोबारी से पूछताछ के लिए स्पेशल कोर्ट में व्यवसायी भाटियो को पेश करेगी व ज्यूडिशियल रिमांड लेकर घोटाले के संबंध में पूछताछ शुरू करेगी। शराब कारोबारी को गिरफ्तार करने के साथ ही उनके कई ठिकानरों पर एक साथ छापेमारी भी की जा रही है। एसीबी की अलग-अलग टीम रविवार सुबह से ही ठिकानों पर दबिश देकर दस्तावेजों की पड़ताल में जुट गई है।

दो हजार करोड़ के शराब घोटाले में एसीबी के राडार पर छत्तीसगढ़ के आधा दर्जन से ज्यादा शराब कारोबारी हैं। ये ऐसे कारोबारी हैं जो घोटाले के दौरान शराब व्यवसाय से सीधेतौर पर जुड़े हुए थे। नकली होलोग्राम के जरिए शराब की अफरा-तफरी में इनकी संलिप्तता बताई जा रही है।

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