Vishnudeo Sai Cabinet: साय कैबिनेट विस्तार ? चार मंत्री हो सकते है मंत्रिमंडल में शामिल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में माओवादी विरोधी अभियानों की अब तक की सफलताओं और बस्तर अंचल में चल रहे विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।

Vishnudeo Sai Cabinet/रायपुर/ छत्तीसगढ़ की सियासत में एक बड़े फेरबदल की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विष्णु देव साय सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार इसी महीने होने जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार 14 या 15 जून को राजभवन में 4 से 5 नए विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इस विस्तार के साथ ही, प्रदर्शन और क्षेत्रीय समीकरणों के आधार पर दो मौजूदा मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है।
कौन हैं मंत्री पद की दौड़ में? (संभावित चेहरे)
पार्टी के भीतर जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने के लिए कई नामों पर मंथन चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इन चेहरों को मौका मिल सकता है:
-
लता उसेंडी: बस्तर से एक मजबूत आदिवासी चेहरा, जिनका मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। केंद्र सरकार और संघ का बस्तर पर विशेष फोकस होने के कारण उनका दावा सबसे मजबूत है।
-
अमर अग्रवाल: बिलासपुर संभाग से एक अनुभवी और कद्दावर नेता, जिन्हें सरकार में शामिल कर अनुभव का लाभ लिया जा सकता है।
-
गजेंद्र यादव: युवा और पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हुए एक सशक्त दावेदार।
-
पुरंदर मिश्रा: ब्राह्मण कोटे से एक प्रमुख नाम, जिनके जरिये सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश होगी।
किनकी हो सकती है छुट्टी?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कामकाज की समीक्षा के बाद सरगुजा और बिलासपुर संभाग से एक-एक मंत्री को हटाया जाना तय है। हालांकि, पार्टी ने अभी तक इन नामों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि उनके परफॉरमेंस और नए चेहरों को जगह देने के लिए यह फैसला लिया जा रहा है।
फेरबदल के पीछे की रणनीति
भाजपा नेतृत्व इस कैबिनेट विस्तार के जरिए एक साथ कई निशाने साधना चाहता है। इसका मुख्य उद्देश्य आगामी निकाय चुनावों के लिए जमीन तैयार करना, संगठन के भीतर किसी भी तरह के असंतोष को शांत करना और सरकार के कामकाज में नई ऊर्जा का संचार करना है। इसके अलावा, बस्तर पर विशेष ध्यान देते हुए वहां से एक और मंत्री बनाकर भाजपा अपने फोकस को और मजबूत करना चाहती है।
राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा है कि पांचवें मंत्री के रूप में राजेश मूणत या धरमलाल कौशिक जैसे किसी वरिष्ठ नेता की भी कैबिनेट में वापसी हो सकती है, जिससे सरकार को और मजबूती मिलेगी। अब सभी की निगाहें 14 और 15 जून पर टिकी हैं, जब इन सभी अटकलों पर से पर्दा उठेगा।Vishnudeo Sai Cabinet
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में माओवादी विरोधी अभियानों की अब तक की सफलताओं और बस्तर अंचल में चल रहे विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा तथा मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार की नई रणनीति और केंद्र के सहयोग से नक्सल उन्मूलन अभियान को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाया गया है। विगत डेढ़ वर्ष में चलाए गए सघन अभियानों के सकारात्मक परिणाम मिले हैं। 1,428 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, जो बीते पांच वर्षों की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने अवगत कराया कि 205 मुठभेड़ों में 427 माओवादी मारे गए, जिनमें संगठन के शीर्ष नेता महासचिव बसवा राजू और सेंट्रल कमेटी सदस्य सुधाकर जैसे कुख्यात माओवादी शामिल हैं। इसके साथ ही, राज्य में 64 नए फॉरवर्ड सुरक्षा कैंपों की स्थापना की गई है, जिससे सुरक्षा नेटवर्क मजबूत हुआ है।
उन्होंने बताया कि इन सुरक्षा कैंपों के आसपास बसे गांवों तक अब बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएं और स्कूल जैसी बुनियादी सुविधाएं तेजी से पहुँचाई जा रही हैं। ‘नियद नेल्लानार योजना’ के अंतर्गत चिन्हित 146 ग्रामों में एकीकृत रूप से 18 प्रकार की सामुदायिक सेवाएं और 25 प्रकार की शासकीय योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों का विश्वास शासन तंत्र में बढ़ा है।
गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री साय द्वारा प्रस्तुत प्रगति रिपोर्ट की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से माओवादी गतिविधियों पर निर्णायक नियंत्रण संभव हो रहा है और केंद्र सरकार राज्य को हर संभव सहायता देती रहेगी।