बरसात में घंटों बिजली कटौती से हाहाकार..विभाग की लापरवाही पर जनता

रामानुजगंज (पृथ्वी लाल केशरी)। मेंटेनेंस के नाम पर लगातार 7 घंटे तक बिजली आपूर्ति बंद रहने से रामानुजगंज नगर के लोग रविवार को भारी परेशानियों से जूझते रहे। बरसात के बीच दिनभर बिजली न रहने से बच्चों, बुजुर्गों और गृहिणियों के साथ-साथ अस्पतालों में भर्ती मरीजों को भी असुविधा झेलनी पड़ी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति जनता के लिए खतरा बनती जा रही है और सरकार की छवि धूमिल हो रही है।
विभागीय उदासीनता से बढ़ी नाराजगी
छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के बलरामपुर कार्यपालन अभियंता प्रकाश अग्रवाल की ओर से सुबह से 7 घंटे तक बिजली बंद रहने का शेड्यूल पहले ही घोषित कर दिया गया था। तय समय बीतने के बाद भी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई। नगरवासियों का कहना है कि विभाग को मरीजों, खासकर वेंटिलेटर पर जीवन बचा रहे लोगों की परवाह तक नहीं है।
बरसात के मौसम में मेंटेनेंस के नाम पर लगातार बिजली कटौती होने से जनता का गुस्सा उभर रहा है। शहर में चर्चा है कि बिजली विभाग की लापरवाही सरकार की बदनामी का कारण बन रही है।
अधिकारियों से संपर्क बेअसर
बिजली कटौती की जानकारी मिलने के बाद मुख्य अभियंता यशवंत शैलेंद्र को फोन किया गया। उन्होंने “देखने” की बात कहकर 2 घंटे का समय मांगा, लेकिन स्थिति जस की तस रही। बाद में मुख्य अभियंता भीम सिंह और अंबिकापुर अधीक्षण अभियंता आर.के. मिश्रा को सूचना देने के बाद ही बिजली आपूर्ति शुरू की गई।
विधायक प्रतिनिधि ने जताई नाराजगी
रामानुजगंज नगर पालिका परिषद के विधायक प्रतिनिधि शैलेष कुमार गुप्ता ने कहा, “बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए मेंटेनेंस जरूरी है, लेकिन लगातार 7 घंटे की बिजली कटौती जनता की परेशानी और सरकार की बदनामी का कारण बन रही है। विभाग को जनभावनाओं का सम्मान करते हुए समय पर मेंटेनेंस कार्य करना चाहिए।”
जनता में असंतोष का माहौल
रामानुजगंज में आज सुबह से हो रही रुक-रुककर बारिश के बीच घंटों बिजली बंद रहने से नगर में आक्रोश का माहौल है। लोगों का कहना है कि बरसात के बीच मेंटेनेंस का बहाना बनाकर घंटों बिजली काटना जनता को परेशान करने जैसा है। यदि यह स्थिति जारी रही, तो जनता का गुस्सा किसी भी समय फूट सकता है।