ईओडब्ल्यू के छापे में सामने आया हैरान करने वाला सच… बाघ की खाल पर बैठता था अफसर

जबलपुर…आर्थिक अपराध शाखा की छापेमारी में त्रिवेदी नगर स्थित आदर्शताल निवास पर टाइगर की खाल बरामद हुई है। बरामद खाल पर अधिकारी पिछले 30 वर्षों से कुर्सी की तरह इस्तेमाल कर रहा था। यह खुलासा गुरूवार को EOW की टीम ने किया। मामला उसे समय सामने आया जब टीम ने भर्त्सना और संपत्ति जांच के तहत डीसी ट्राइबल वेलफेयर जगदीश सावर्ते के घर में रेड कार्रवाई को अंजाम दिया ।
स्थिति का विश्लेषण:
आप की खाल बरामद होने के प्रवर्तन निदेशालय की टीम वन विभाग के साथ छापा मार करवाई को अंजाम दे रही है। वन विभाग की टीम ने बताया कि बाघ संरक्षित वन्य जीव है उसकी खाल को रखना गैरकानूनी और गंभीर अपराध है। इस तरह अधिकारी ने वाइल्डलाइफ एक्ट का उल्लंघन किया है। चुकी अधिकारी के घर से बेशुमार संपत्ति बरामद हुआ है इसलिए प्रयास लगाया जा रहा है कि इस संपत्ति के पीछे वन्य जीव अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन किया गया है।
क्या आगे हो सकता है?
बताया जा रहा है कि कार्रवाई और जांच पड़ताल के बाद डीसी सावर्ते के खिलाफ वन अधिनियम, चार्जशीटिंग और पब्लिक ऑफिस में भ्रष्टाचार की जांच तेज हो सकती है। मामले में सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट का दखल संभव है,।