BilaspurChhattisgarh
आदतन बागी नेता को पार्टी से निकाला..जिला अध्यक्ष ने विजय ने बताया…त्रिलोक की प्राथमिक सदस्यता निरस्त…उन्होने चुनावों में किया हर बार विरोध
त्रिलोक श्रीवास को कांग्रेस ने किया पार्टी से बाहर

Join WhatsApp Group यहाँ क्लिक करे
बिलापुर–कांग्रेस नेता त्रिलोक श्रीवास और चुनाव के बीच बड़ा गहरा रिश्ता है। चुनाव आते ही त्रिलोक श्रीवास का चर्चा में आना सामान्य बात है। एक बार जिला कांग्रेस ईकारई ने कांग्रेस के आदतन बागी नेता त्रिलोक श्रीवास को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पत्रकार वार्ता कर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि त्रिलोक श्रीवास ने पार्टी लाइन से बाहर जाकर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। इतना ही नहीं त्रिलोक ने जिला पंचायत के अन्य क्षेत्र क्रमांक के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ विपक्ष के लिए काम कर रहे हैं। प्रत्याशियों की लिखित शिकायत और पुराने रिकार्ड को देखते हुए त्रिलोक श्रीवास की प्राथमिकत सदस्यता को निरस्त कर दिया गया है। मतलब उन्हें पार्टी के बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। सवाल जवाब के दोरान विजय केशरवानी ने बताया कि त्रिलोक श्रीवास ने कमोबेश सभी स्तर के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ काम किया है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मजबूती के साथ लड़ रही है। उन्होने बताया कि जिला पंचायत में कुल 17 क्षेत्र है। जिला चयन समिति के अनुमोदन के बाद पार्टी ने 16 क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी का समर्थन किया है। जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश काग्रेस कमेटी के निर्देश पर अधिकृत प्रत्याशियों की सूची भी जारी किया है।
जिला पंचायत बिलासपुर क्षेत्र क्रमाक तीन से काग्रेस ने अधिकृत प्रत्याशी कल्पता कनेरी के नाम पर मुहर लगाया है। बावजूद इसके पार्टी के दिशा निर्देशों के खिलाफ जाकर त्रिलोग श्रीवास ने अपनी पत्नी को अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ पत्नी स्मृति श्रीवास को चुनाव मैदान में उतारा है। और पार्टी के खिलाफ प्रचार प्रसार भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं स्मृति श्रीवास की प्रचार सामग्री में त्रिलोक श्रीवास ने अपना फोटो भी लगवाया है। त्रिलोक श्रीवास का यह कृत्य अनुशासनहीनता के दायरे में आता है।
विजय केशरवानी ने बताया कि त्रिलोक श्रीवास के खिलाफ जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक एक और दो के अधिकृत प्रत्यशियों ने भी लिखित शिकायत की है। क्षेत्र क्रमाक एक की अधिकृत प्रत्याशी सुनीता सत्येन्द्र कौशिक और क्षेत्र क्रमांक दो की प्रत्याशी झगरराम सूर्ववशी ने भी जिला कांग्रेस कमेटी को लिखित शिकायत किया है। शिकायत में दोनो ही प्रत्याशियों ने बताया कि त्रिलोक श्रीवास कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ खुलेआम चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जनता से पार्टी के खिलाफ वोट देने की अपील कर रहे हैं।
विजय केशरवानी ने बताया कि पार्टी ने तीनों ही शिकायतों को गंभीरता से लिया है। उन्होने जानकारी दिया है। 2008. 2013, 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान भी त्रिलोक श्रीवास ने पार्टी के खिलाफ काम किया है। लोकसभा चुनाव 2019 में भी पर्टी प्रत्याशी के खिलाफ विपक्ष के लिए वोट मांगा। तत्कालीन समय प्रत्याशियों ने पीसीसी से लिखित शिकायत की। त्रिलोक को पार्टी से बाहर भी निकाला गया। त्रिलोक ने चार दिन पहले ही अपनी बहू को पार्षद प्रत्याशी के खिलाफ ना केवल मैदान में उतारा बल्कि पार्टी प्रत्याशी मनीषा गढ़ेवाल के किलाफ प्रचार प्रसार में हिस्सा भी लिया ।
पुरानी शिकायतों और वर्तमान परिस्थियों के मद्देनजर पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम करने के आरोप में पार्टी ने सर्व सम्मति से त्रिलोक श्रीवास की प्राथमिक सदस्यता को निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही उन्होने पार्टी से निष्कासित भी किया जाता है।