Big news

भाजपा नेता का पलटवार…कांग्रेसी ना सुनाएं इंसानियत की दास्तां…कोविड काल में किसने तोड़ा था घर…तब क्यों नहीं खुला मुंह

कोविड काल में तोड़ा मकान और दुकान..हुई थी इनकी मौत

बिलासपुर—कांग्रेस युवा नेता मनीष अग्रवाल ने नगर निगम की अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर समर्थन करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने प्रेस नोट जारी कर कोरोना काल में गोंडपारा में चलाए गए अतिक्रमण अभियान का यादव दिलाया है। मनीष ने कहा कि कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति के घर में उसकी मां का देहान्त हो गया। और उसका दुकान भी तोडा गया। तब कहां थी कांग्रेस नेताओं की इंसानियत। इसलिए कांग्रेस नेता चुप रहे तो अच्छा होगा। क्योंकि नगर के विकास के लिए निगम अभियान की खिलाफत करना ठीक नहीं। 
 भाजपा नेता मनीष अग्रवाल ने चिंगराजपारा और चांटीडीह में चलाए जा रहे अभियान का समर्थन कर कांग्रेस पर पलटवार किया है। मनीष अग्रवाल ने कहा कि नगर पालिका ने नियमानुसार चिंगराजपारा, चांटीडीह में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया है। अभियान शुरू करने से पहले सभी को विस्थापित कर उचित स्थान पर व्यस्थित किया है। घर मकान बिजली,पानी सड़क की व्यस्था के बाद ही निगम ने अतिक्रमण के किलाफ अभियान चलाया।
  मनीष ने कहा कि अतिक्रमण अभियान से भूमाफियाओ को ना केवल कमर पर चोट पहुंची है। बल्कि मनोबल भी टूटा है। सवाल उठता है कि क्या विकास करना गलत है। निगम ने नगर और नगरवासियों के भविष्य को ध्यान में रखकर बेजाकब्जाधारियों को हटाया है। बेहतर यातायात व्यवस्था, जनता की सुविधा को ध्यान में रखकर ही सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जबकि विस्थापन अभियान शुरू करने से पहले निगम ने सभी को ना केवल नोटिस बेजा,बल्कि मुनादी कर तोड़फोड़ के लिए मार्किंग किया है।
निगम ने नालों पर बने अवैध कब्जा को शांति के साथ हटाया है। इसके पहले सभी को रहने की व्यवस्था भी किया है। इस दौरान जनता ने भी प्रशासन का सहयोग किया। मजेदार बात है कि सिर्फ चन्द लोगों ने अभियान का विरोध किया। इस दौरान किसी प्रकार की ला एण्ड को चुनौती भी नहीं मिली। मतलब स्थानीय लोगों ने भी अतिक्रमण के खिलाफ सहयोग किया है।
 मनीष ने बताया कि कांग्रेस नेताओं को कोई अधिकार नहीं है कि इसका विरोध करे। साल 2020 में 11 जून से 17 जून के बीच भूपेश सरकार के समय नगरी निकाय मंत्री शिव डहरिया जीऔर कांग्रेस के विधायक महापौर ने शनिचरी बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण के नाम पर जमकर बुलडोजर चलाया। लकड़ी टाल मोहल्ला नदी किनारे गोडंपारा, सफाई कर्मी बस्ती  क्षेत्रों को बना बताए साफ कर दिया गया। सैकड़ों लोगों को कोरोना काल मे सड़क पर उतरना पड़ा। मकान और दुकान टूटने का दर्द परमेश्वर शर्मा और राजेंद्र शर्मा राजू की माता को बर्दास्त नहीं हुआ। और उन्होने दम तोड़ दिया।
         यही वही शर्मा बंधु है जिन्हें लकड़ी से भौरा बनाने महारत हासिल है। घर टटने के बाद महरौलिया परिवार को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। इसलिए कांग्रेस नेताओं के मुंह से इंसानियत की बात ठीक नहीं लगती है। जबकि तत्कालीन समय अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान कांग्रेस नेता पहचान-पहचान कर तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दे रहे थे।

Back to top button