शुभमन गिल का टेस्ट में पहला दोहरा शतक, हैरी ब्रूक की चाल ने छीना तिहरे शतक का सपना

शुभमन गिल। भारतीय क्रिकेट कप्तान शुभमन गिल ने बर्मिंघम के एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट मुकाबले में अपने करियर की अब तक की सबसे यादगार पारी खेली।
गुरुवार को गिल ने इतिहास रचते हुए 269 रन की शानदार पारी खेली, जो उनके टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक है। इस पारी में गिल ने 387 गेंदों का सामना किया और 30 चौके तथा 3 छक्के जमाए।
मैदान पर उनकी लय और आत्मविश्वास देखकर ऐसा लग रहा था मानो वह तिहरा शतक भी जड़ देंगे, लेकिन इंग्लैंड की रणनीति और हैरी ब्रूक के माइंडगेम ने उनके सपने को अधूरा छोड़ दिया।
गिल जब 269 रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तभी इंग्लिश फील्डर हैरी ब्रूक ने स्लिप में खड़े होकर गिल से कहा, “290 के पार जाना बहुत मुश्किल है।”
गिल ने इस पर चुटकी लेते हुए जवाब दिया, “तुमने कितने तिहरे शतक जड़े हैं?” यह मजाकिया बातचीत भले हल्की-फुल्की लगे, लेकिन इसका असर गिल की एकाग्रता पर हुआ और अगली ही गेंद पर वे जोश टंग की बॉल पर ओली पॉप को कैच दे बैठे।
दिलचस्प बात यह है कि हैरी ब्रूक खुद एक तिहरे शतक के मालिक हैं, और उन्होंने यह टिप्पणी गिल को दबाव में लाने के लिए की थी – जो सफल रही।
शुभमन गिल ने अपनी इस ऐतिहासिक पारी के साथ इंग्लैंड की धरती पर दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय टेस्ट कप्तान बनने का गौरव भी हासिल किया है।
उनसे पहले यह उपलब्धि सुनील गावस्कर (1979, द ओवल, 221 रन) और राहुल द्रविड (2002, द ओवल, 217 रन) के नाम दर्ज है।
गिल अब भारत के लिए कप्तान के तौर पर दोहरा शतक लगाने वाले छठे खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने यह पारी 25 साल 298 दिन की उम्र में खेली, जिससे वह मंसूर अली खान पटौदी के बाद सबसे युवा भारतीय कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने दोहरा शतक जड़ा है। पटौदी ने 1964 में 23 साल 39 दिन की उम्र में यह कारनामा किया था।