फिर लौट रहा है Corona : भारत में नए मामलों से बढ़ी चिंता, सिंगापुर में 14,000 एक्टिव केस, स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क
केरल में इस समय 69 एक्टिव केस हैं, जबकि तमिलनाडु में 34 और महाराष्ट्र में 44 मरीज corona से संक्रमित हैं। मुंबई में हाल ही में कोरोना से दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है, जिससे चिंता और बढ़ गई है। दिल्ली में भी कोरोना के तीन एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं, वहीं कर्नाटक और गुजरात में क्रमशः 8 और 6 एक्टिव केस सामने आए हैं।

दुनिया भर में एक बार फिर corona वायरस की दस्तक चिंता का विषय बन गई है। सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में कोविड-19 के मामलों में अचानक तेज़ी देखने को मिल रही है, जिससे वैश्विक स्तर पर चिंता गहराने लगी है।
वहीं भारत में भी कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आने लगे हैं, हालांकि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन दक्षिण भारत के राज्यों केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में मामले बढ़ने के बाद राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं।
केरल में इस समय 69 एक्टिव केस हैं, जबकि तमिलनाडु में 34 और महाराष्ट्र में 44 मरीज corona से संक्रमित हैं। मुंबई में हाल ही में कोरोना से दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है, जिससे चिंता और बढ़ गई है। दिल्ली में भी कोरोना के तीन एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं, वहीं कर्नाटक और गुजरात में क्रमशः 8 और 6 एक्टिव केस सामने आए हैं।
इसके अलावा हरियाणा, राजस्थान और सिक्किम में भी 1-1 केस रिपोर्ट हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और देशभर के स्वास्थ्य विभागों के साथ समीक्षा बैठक भी की गई है।
दुनियाभर में एशियाई देशों में कोरोना के मामलों में भारी उछाल देखा जा रहा है। सिंगापुर में मई महीने के भीतर ही 14,000 से ज्यादा एक्टिव केस सामने आ चुके हैं। हांगकांग में भी संक्रमण का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा है। हालांकि भारत में कुल एक्टिव केसों की संख्या फिलहाल 257 है, जो देश की विशाल आबादी को देखते हुए अपेक्षाकृत कम है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में जो मामले सामने आ रहे हैं, वे बेहद हल्के हैं और अधिकतर मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। इसके बावजूद सरकार किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और संक्रमण की निगरानी पर लगातार काम किया जा रहा है।
बढ़ते मामलों को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है। खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी रखनी चाहिए। कोरोना की वापसी की इन शुरुआती चेतावनियों को हल्के में लेना भविष्य में मुश्किलें खड़ी कर सकता है।