बनारस की रंगभरी एकादशी : काशी विश्वनाथ संग ससुराल पहुंचती हैं गौरा, गौना में शामिल होते हैं ‘गण’
Join WhatsApp Group यहाँ क्लिक करे वाराणसी। ‘मईया गौरा चलेलीं ससुराली हो…’ और गौरा के साथ पूरा बनारस (वाराणसी) झूम जाता है। रंगभरी एकादशी पर ये गीत फगुआ के रंग को और गाढ़ा कर देता है। फगुआ (होली) से ठीक चार दिन पहले बाबा श्री विश्वनाथ की नगरी काशी एक अलग ही रंग में रंगी … Continue reading बनारस की रंगभरी एकादशी : काशी विश्वनाथ संग ससुराल पहुंचती हैं गौरा, गौना में शामिल होते हैं ‘गण’
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed