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LPG Price in India- भारत में दुनिया की सबसे सस्ती रसोई गैस, मोदी सरकार ने 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों को दिया बड़ा सहारा

अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतें 63 प्रतिशत तक बढ़ीं, लेकिन भारत में आम जनता पर इसका बोझ नहीं डाला गया। इसके लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों – इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम – को भारी नुकसान उठाना पड़ा। वित्त वर्ष 2024-25 में इन कंपनियों को लगभग 41,000 करोड़ रुपये की अंडर-रिकवरी का सामना करना पड़ा।

LPG Price in India-नई दिल्ली। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि भारत, आयातक देश होने के बावजूद, दुनिया में सबसे सस्ती दरों पर रसोई गैस (एलपीजी) उपलब्ध करा रहा है। इसका सबसे बड़ा लाभ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 10.33 करोड़ से ज्यादा परिवारों को मिल रहा है, जो मात्र 6 रुपये प्रतिदिन में खाना बना पा रहे हैं।

LPG Price in India-मंत्री ने बताया कि वैश्विक बाजार में कीमतों में भारी उछाल के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों ने घरेलू उपभोक्ताओं को महंगाई के असर से बचाए रखा।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतें 63 प्रतिशत तक बढ़ीं, लेकिन भारत में आम जनता पर इसका बोझ नहीं डाला गया। इसके लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों – इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम – को भारी नुकसान उठाना पड़ा। वित्त वर्ष 2024-25 में इन कंपनियों को लगभग 41,000 करोड़ रुपये की अंडर-रिकवरी का सामना करना पड़ा।

शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इन कंपनियों को 30,000 करोड़ रुपये की आंशिक प्रतिपूर्ति देने का फैसला किया। यह राशि बारह किस्तों में दी जाएगी, जिससे कंपनियों की वित्तीय स्थिति मज़बूत होगी और कठिन भू-राजनीतिक परिस्थितियों में भी देश में ऊर्जा आपूर्ति, सामर्थ्य और स्थिरता सुनिश्चित हो सकेगी।

रसोई गैस क़ीमत को लेकर क्या बोले मंत्री पूरी?(LPG Price in India)

पुरी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव किए हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ ऊर्जा पहुंचाना है। आज प्रतिदिन करीब 56 लाख घरेलू एलपीजी सिलेंडर वितरित किए जाते हैं और लगभग 6 करोड़ उपभोक्ता खुदरा दुकानों से ईंधन खरीदते हैं। ग्रामीण भारत में ऊर्जा पहुंचाने के लिए पिछले एक दशक में जोड़े गए एलपीजी वितरकों में से 86 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र के हैं।

इसी तरह, एलपीजी पाइप नेटवर्क को भी लगातार मजबूत किया जा रहा है।

2014 से अब तक लगभग 3,000 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। इनमें 2,805 किलोमीटर लंबी कांडला-गोरखपुर एलपीजी पाइपलाइन दुनिया की सबसे बड़ी है, जबकि 1,707 किलोमीटर लंबी पारादीप-हल्दिया-मोतिहारी पाइपलाइन निर्माणाधीन है।

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