समस्याओं की लंबी कतार, लेकिन उम्मीद भी बरकरार — कलेक्टर ने जनदर्शन में सुनी आवाज़.. लिया तत्काल एक्शन”

बिलासपुर…कलेक्टर संजय अग्रवाल ने सोमवार को आयोजित साप्ताहिक जनदर्शन में दूर-दराज के गांवों से आए सैकड़ों लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने प्रत्येक नागरिक से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर आवेदन लिए और मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
जनदर्शन में आए आवेदनों में नौकरी, ठगी, बिजली, भूमि विवाद, आवास योजना और जनसुविधा से जुड़ी कई शिकायतें शामिल थीं।
अन्नपूर्णा कॉलोनी निवासी एक महिला ने नौकरी लगाने के नाम पर 3 लाख 60 हजार रुपए की ठगी की शिकायत की। कलेक्टर ने प्रकरण को तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भेजते हुए त्वरित जांच और कार्यवाही के निर्देश दिए।
इसी तरह, अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास लिंक रोड में अधीक्षिका द्वारा कम प्रतिशत वाली छात्राओं को प्रवेश देने की शिकायत पर कलेक्टर ने आदिवासी विकास विभाग के आयुक्त को कार्रवाई के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास न मिलने की शिकायत तखतपुर की वृद्धा बिरझा बाई समेत कई लोगों ने की। इन प्रकरणों को कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल को सौंपा।
ग्राम कुकदा के एक प्रार्थी ने बताया कि पटवारी के लगातार अनुपस्थित रहने से किसानों के एग्रीस्टैक पंजीयन जैसे कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम मस्तुरी को जांच और कार्रवाई के आदेश दिए।
नगर पंचायत तिफरा क्षेत्र में विभिन्न समाजों के लिए आरक्षित भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत पर भी कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए।
वहीं, मस्तुरी के दिनेश कुमार ने अपने पिता की सांप काटने से हुई मृत्यु पर मुआवज़े की मांग की, जिस पर कलेक्टर ने प्रकरण एसडीएम मस्तुरी को सौंपा।
ग्राम पंचायत सोनबांधा तखतपुर के ग्रामीणों ने बार-बार बिजली गुल होने और नया ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की। इस पर कलेक्टर ने आवेदन सीएसईबी को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा।
जनदर्शन में शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे से जुड़े अनेक आवेदन भी प्राप्त हुए। कलेक्टर ने सभी प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर के साथ जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल और नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार भी मौजूद रहे और उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि “जनता की समस्याओं का निराकरण ही प्रशासन की असली परीक्षा है। हर शिकायत का समाधान तय समयसीमा में होना चाहिए।