सामान्य सभा में बिजली पानी स्वास्थ्य की गूंज..गौरहा और अनीता ने अधिकारियों को घेरा..पढें..क्यों भिड़े कांग्रेस और भाजपा नेता
जिला पंचायत सामान्य सभा की पहली बैठक..नए पर भारी पड़े पुराने प्रतिनिधि

बिलासपुर—चुनाव और शपथ के बाद पहली बार नए सत्र में जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक ठीक 12 बजे शुरू हुई। सभापति राजेश सूर्यवंशी के आदेश पर चुनकर आए सभी जनप्रतिनिधियों ने बारी बारी से अपना परिचय दिया। इस दौरान सांसद और विधायक प्रतिनिधियों ने भी अपनी उपस्थित जाहिर किया। सामान्य सभा की पहली बैठक में बिजली पानी और स्वास्थ्य व्यवस्था पर जमकर सवाल जवाब हुए। लेकिन बेलतरा विधायक प्रतिनिधि उमेश गौरहा और कांग्रेस नेत्री अनिता शुक्ला के अलावा अधिकारियों ने किसी को भी पीठ पर हाथ नहीं रखने दिया। इस दौरान नए नवेले जनप्रतिनिधी उमेश गौरहा और अनिता शुक्ला के सुर में सुर मिलाते नजर आए।
22 से घटकर 15 सदस्य
जिला पंचायत चुनाव और शपथ के बाद पहली जिला पंचायत की सामान्य सभा हुई। जीपीएम जिला पंचायत बनने के बाद जिला पंचायत बिलासपुर की संख्या 22 से घटकर 15 हो गयी है। पहली सभा में सभी 15 सदस्यों ने शिरकत किया। विधायक और सांसद जनप्रतिनिधियों ने भी अपना परिचय दिया। सवाल जवाब के दौरान अधिकारी पूरी तैयारी में नजर आए। एक अधिकारी ने तो सदस्यों के बीच बैठकर विभागीय काम काज की एक एक जानकारियों को साझा किया। लेकिन इस दौरान मुद्दों को लेकर बेलतरा विधायक प्रतिनिधि उमेश गौरहा और बिल्हा से चुनकर आयी जिला पंचायत प्रतिनिधि अनीता राजेन्द्र शुक्ला काफी मुखर नजर आयी।
अधिकारियों पर भारी उमेश
उमेश गौरहा ने जहां बेलतरा क्षेत्र के एक एक गांव को गिनाकर पानी और स्वास्त्य की अव्यवस्था को उजागर किया तो..अनिता शुक्ला ने बिल्हा क्षेत्र की स्वास्थ्य और पानी को लेकर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए अधिकारियों के काम काज पर नाराजगी जाहिर किया। यद्यपि मस्तूरी से चुनकर जिला पंचायत सदस्य राजेन्द्र धीवर और दामोदार कांत ने भी अधिकारियों को बिजली पानी और स्वास्थ्य समस्या को लेकर अधिकारियों को जमकर घेरा।
सवाल जवाब के दौरान बेलतरा विधायक प्रतिनिधि उमेश गौरहा ने सीएचएमओ प्रमोद तिवारी,पीएचई अधिकारी का जमकर घेराव किया। गौरहा ने किसानो को भारी भरकम बिजली बिल थमाए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर किया। उन्होने कहा कि 20 से 30 हजार रूपये का बिल भुगतान करना असंभव है। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या बिजली विभाग के अधिकारी साय सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। इतना सुनते ही कांग्रेस नेत्री अनिता शुक्ला ने जमकर विरोध किया। उन्होने बताया कि डेढ़ साल में वर्तमान सरकार ने कुछ किया ही नहीं…। सरकार के कामकाज का रिजल्ट सिर्फ सांय सांय ही है।
उमेश गौरहा ने इस दौरान बेलतरा क्षेत्र के गांवो का नाम गिनाते हुए कहा कि कहीं टंकी है तो पाइप नहीं है। जहां पाइप बिछ गयी है वहां टंकी नहीं है। जहां दोनों है वहां पानी नहीं है। आखिर पीएचई विभाग के लोग पढ़े लिखे नहीं है। जहां चाहा वही बोर कर दिया। पानी निकले या नहीं निकले। चारो तरफ त्राहि त्राहि मची है। जवाब में पीएचई अधिकारी ने बताया कि सीमित संख्या में बोर की इजाजत मिली है। तखतपुर और बिल्हा सर्वाधिक सूखा क्षेत्र है। प्राथमिकता के आधार पर बोर किया जाएगा। उमेश गौरहा ने इस दौरान स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर जमकर फटाकारा।
अनिता राजेन्द्र शुक्ला ने जताई चिंता
तिफरा नगर पालिका की नेतृत्व कर चुकी अनीता राजेन्द्र शुक्ला ने भी बिजली पानी और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर किया। उन्होने कहा कि क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के सेन्टर नियमित तरीके से संचालित नहीं हो रहे है। ना तो ड़ॉक्टर दिखाई देते हैं। और ना ही कोई स्टाफ ही नजर आता है। पानी के लिए त्राहि त्राहि है..अधिकारियों से कई बार शिकायत के बाद भी ग्रामीणों के लिए पानी की व्यवस्था नहीं हो रही है। बिजली का आना जाना सामान्य बात हो गयी है।
सीएचएमओ डॉ. प्रमोद तिवारी ने कहा कि डॉक्टर संविदा में है। कई लोग तैयारी कर रहे हैं..इसके चलते स्वास्थ्य सेंटर मे चिकित्सकों की कमी है। लेकिन हम सीमित स्टाफ के बीच बेहतर काम कर रहे हैं। नियमित भर्तियां नहीं होने के कारण परेशानी है..लेकिन हम इसे दूर करेंगे। पीएचई विभाग के इंजीनियर ने भी कहा कि कुछ दिनों पहले ही शासन से बोर का आदेश हुआ है। बिल्हा,बिल्हा,तखतपुर,मस्तूरी की पानी समस्या को जल्द से जल्द दूर किया जाएगा।
नए क्षेत्र से चुनकर आयी
इस दौरान स्मृति त्रिलोक श्रीवास ने भी क्षेत्र की समस्याओ को लेकर सवाल किया। सवाल जवाब के दौरान भाजपा सदस्यों ने चुटकी लेते हुए कहा कि पिछले पांच साल में कांग्रेस सरकार थी। कांग्रेस नेत्री होने के बाद भी क्षेत्र का विकास क्यों नहीं हुआ। स्मृति ने जवाब दिया कि उनका क्षेत्र नया है। क्षेत्र की स्थिति बहुत ही दयनीय है।
सदस्यों ने माइनिंग, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, मत्स्य,कृषि विभाग के अधिकारियों से भी सवाल जवाब किया।