Madhya Pradesh

Heavy rain Alert: मध्यप्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट..जानिए किन जिलों में होगी सबसे अधिक वर्षा और क्या है इसका कारण

इस साल 16 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक प्रदेश में औसत 29.5 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य रूप से इस अवधि में 22.8 इंच बारिश होनी चाहिए थी।

Heavy rain Alert:मध्यप्रदेश में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदल रहा है। अगले 24 घंटों में जबलपुर समेत 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जहां 4.5 इंच तक पानी गिरने की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार, एक ट्रफ और दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की सक्रियता के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। इसके अलावा, 13 अगस्त से बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) सक्रिय हो रहा है, जिसका असर भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग में भी देखने को मिलेगा।

बारिश का दौर होगा तेज, अगस्त में ही पूरा हो सकता है कोटा(heavy rain alert)

वैज्ञानिकों का मानना है कि अगस्त के दूसरे सप्ताह से शुरू होने वाला यह बारिश का दौर महीने के अंत तक जारी रहेगा।

इससे कई जिलों में बारिश का कोटा इसी महीने में पूरा हो सकता है। अब तक, ग्वालियर समेत 10 जिलों में बारिश का कोटा पहले ही पूरा हो चुका है। हालांकि, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में अभी भी स्थिति बेहतर नहीं है।

कहां हुई है सबसे ज्यादा बारिश?

प्रदेश के पूर्वी हिस्से (जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग) में औसत से 36% अधिक बारिश हुई है, जबकि पश्चिमी हिस्से (भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग) में 23% अधिक बारिश हुई है। कुल मिलाकर, प्रदेश में औसत से 29% अधिक बारिश हो चुकी है।

इस बार सबसे अधिक बारिश गुना में दर्ज की गई है, जहां 45.8 इंच बारिश हुई है। इसके बाद निवाड़ी (45.1 इंच), मंडला-टीकमगढ़ (44 इंच) और अशोकनगर (42 इंच) में भी भारी बारिश हुई है। विदिशा, जबलपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट, डिंडोरी, सागर, पन्ना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, नर्मदापुरम और उमरिया में भी 30 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है। इंदौर संभाग में अभी भी कम बारिश हुई है।

सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान

इस साल 16 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक प्रदेश में औसत 29.5 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य रूप से इस अवधि में 22.8 इंच बारिश होनी चाहिए थी।

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