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कर्ज से तंग आकर एक ही परिवार के 7 लोगों ने कार में खाकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट से हुआ बड़ा खुलासा

मामला साल 2018 के चर्चित दिल्ली बुराड़ी कांड की याद दिलाता है, जहां एक ही परिवार के 11 सदस्यों ने सामूहिक आत्महत्या की थी। पंचकूला की यह घटना भी वैसी ही भयावहता और रहस्य से भरी हुई है, जिससे आम जनता के साथ-साथ प्रशासन भी स्तब्ध है।

हरियाणा के पंचकूला से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे देश को झकझोर दिया है। उत्तराखंड के देहरादून से आए एक ही परिवार के सात लोगों ने एक साथ जहर खाकर आत्महत्या कर ली।

घटना पंचकूला के सेक्टर 27 की है, जहां इन सभी लोगों के शव एक बंद कार के अंदर मिले। कार सड़क किनारे एक मकान के बाहर खड़ी थी, और जब आसपास के लोगों ने कार में कोई हरकत नहीं देखी तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और गाड़ी का दरवाजा खोलते ही सामने आया एक खौफनाक मंजर।

मृतकों की पहचान देहरादून निवासी प्रवीण मित्तल (42), उनकी पत्नी, माता-पिता, दो बेटियों और एक बेटे के रूप में हुई है। सभी के शव पंचकूला के निजी अस्पतालों के शवगृह में रखवाए गए हैं। मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें परिवार ने आत्महत्या की वजह कर्ज और आर्थिक तंगी को बताया है।

प्रवीण मित्तल देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का कारोबार करते थे, लेकिन बिजनेस में भारी घाटे और बढ़ते कर्ज ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक, यह परिवार पंचकूला में आयोजित बागेश्वर धाम की हनुमंत कथा में भाग लेने आया था। कथा कार्यक्रम के बाद जब वे वापस लौटने लगे, तभी यह खौफनाक फैसला लिया गया।

पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। पंचकूला की डीसीपी हिमाद्री कौशिक और डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर अमित दहिया मौके पर पहुंचे और जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, यह साफ नहीं है कि वे केवल कथा में शामिल होने आए थे या इसके पीछे कुछ और वजहें भी हैं।

यह मामला साल 2018 के चर्चित दिल्ली बुराड़ी कांड की याद दिलाता है, जहां एक ही परिवार के 11 सदस्यों ने सामूहिक आत्महत्या की थी। पंचकूला की यह घटना भी वैसी ही भयावहता और रहस्य से भरी हुई है, जिससे आम जनता के साथ-साथ प्रशासन भी स्तब्ध है।

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