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diabetics suffer from shoulder pain- डायबिटीज और कंधे का दर्द: जानिए इसकी वजह और प्रभावी इलाज

diabetics suffer from shoulder pain/डायबिटीज को साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह शरीर में धीरे-धीरे कई समस्याओं को जन्म देती है।

यह एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, बल्कि इसे केवल नियंत्रित किया जा सकता है। अगर ब्लड शुगर को लंबे समय तक नियंत्रण में नहीं रखा जाता है, तो यह शरीर के प्रमुख अंगों जैसे दिल, किडनी और फेफड़ों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन डायबिटीज मरीजों के लिए एक और परेशानी जो अक्सर नजरअंदाज की जाती है, वह है कंधे का दर्द।

डायबिटीज से ग्रसित मरीजों में कंधे का दर्द आमतौर पर एडहेसिव कैप्सूलाइटिस (फ्रोजन शोल्डर) के कारण होता है। यह समस्या शरीर में ब्लड शुगर के उच्च स्तर के कारण अधिक बढ़ जाती है और धीरे-धीरे कंधे के जोड़ की गति को सीमित कर देती है। जिन लोगों को स्ट्रोक हुआ है, उन्हें भी कंधे के दर्द की शिकायत हो सकती है।

यह दर्द इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति के लिए साधारण कार्य जैसे कपड़े पहनना, हाथ उठाना या यहां तक कि सोना भी मुश्किल हो सकता है।diabetics suffer from shoulder pain

डायबिटीज के कारण होने वाला कंधे का दर्द मुख्य रूप से फ्रोजन शोल्डर की वजह से होता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब कंधे के जोड़ के आसपास की मांसपेशियां और लिगामेंट्स कठोर हो जाते हैं, जिससे जोड़ की गति सीमित हो जाती है। डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर का उच्च स्तर कनेक्टिव टिशूज (ऊतकों) पर असर डालता है, जिससे कंधे में जकड़न और सूजन पैदा होती है।diabetics suffer from shoulder pain

इसके अलावा, डायबिटिक न्यूरोपैथी भी इस समस्या को बढ़ा सकती है। जब ब्लड शुगर लंबे समय तक नियंत्रण में नहीं रहता, तो यह नसों को नुकसान पहुंचा सकता है और शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द पैदा कर सकता है। यही कारण है कि डायबिटीज के मरीजों को न केवल पैरों और हाथों में झुनझुनी और दर्द महसूस होता है, बल्कि उनके कंधों में भी स्टिफनेस और सूजन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

कंधे के दर्द का इलाज और राहत पाने के तरीके
इस समस्या से राहत पाने के लिए फिजियोथेरेपी और OTC एनाल्जेसिक्स (दर्द निवारक दवाएं) मददगार साबित हो सकते हैं। फिजियोथेरेपी के माध्यम से धीरे-धीरे कंधे की गति को बेहतर बनाया जा सकता है, जिससे दर्द और जकड़न में कमी आती है। नियमित स्ट्रेचिंग और व्यायाम करने से कंधे के जोड़ को लचीला बनाए रखा जा सकता है।

अगर दर्द लंबे समय तक बना रहता है और घरेलू उपचारों से राहत नहीं मिलती, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक हो जाता है। कई मामलों में, स्टेरॉयड इंजेक्शन या अन्य चिकित्सकीय उपचारों की जरूरत पड़ सकती है।

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