complications in pregnancy-गर्भावस्था में होने वाली जटिलताओं का जल्द पता लगाएगा यह नया ब्लड टेस्ट,मां और बच्चे की सेहत पर पड़ेगा सकारात्मक असर

complications in pregnancy-गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें डायबिटीज, थायरॉयड, प्रीटर्म बर्थ और आईयूजीआर (इंट्रा यूटेराइन ग्रोथ रिटार्डेशन) जैसी जटिलताएं शामिल हैं। अब, ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने इन समस्याओं का समाधान खोज लिया है।
क्वींसलैंड विश्वविद्यालय (यूक्यू) के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किया गया एक नया ब्लड टेस्ट गर्भवती महिलाओं में संभावित कॉम्प्लिकेशन्स का शुरुआती चरण में ही पता लगा सकता है।
नैनोफ्लावर सेंसर टेक्नोलॉजी से मिलेगी सटीक जानकारी
वैज्ञानिकों ने “नैनोफ्लावर सेंसर” नामक एक उन्नत तकनीक विकसित की है, जो गर्भवती महिला के ब्लड में मौजूद विशिष्ट बायोमार्कर्स की पहचान करती है। इस परीक्षण की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह 11 सप्ताह की गर्भावस्था में ही संभावित स्वास्थ्य समस्याओं को पहचानने में सक्षम है। यह टेक्नोलॉजी महिलाओं को उनकी सेहत के बारे में पहले ही सचेत कर देगी, जिससे उचित समय पर इलाज संभव हो सकेगा।
गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को होगा फायदा
इस नई ब्लड टेस्ट तकनीक की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि यह है कि यह न केवल मां की सेहत बल्कि बच्चे की भलाई में भी योगदान देगा। यदि किसी गर्भवती महिला में किसी स्वास्थ्य समस्या का जल्द पता चल जाए, तो डॉक्टर समय पर आवश्यक उपचार प्रदान कर सकते हैं।
इससे बच्चे को जन्म के बाद एनआईसीयू (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) में भर्ती करने की आवश्यकता भी कम हो सकती है। इसके अलावा, यह टेस्ट आपातकालीन सिजेरियन डिलीवरी की संख्या को भी कम कर सकता है, जिससे जटिलताओं से बचा जा सकता है।
200 महिलाओं पर सफल परीक्षण
इस ब्लड टेस्ट की प्रभावशीलता को जांचने के लिए 200 गर्भवती महिलाओं पर शोध किया गया, जिसमें यह सामने आया कि यह टेस्ट प्रारंभिक अवस्था में ही संभावित जटिलताओं की भविष्यवाणी कर सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी तक गर्भावस्था में जटिलताओं का पता अंतिम महीनों में ही चल पाता था, जिससे समय पर इलाज कर पाना मुश्किल हो जाता था। लेकिन अब यह टेस्ट गर्भावस्था की शुरुआत में ही संभावित समस्याओं को उजागर कर देगा, जिससे समय रहते उचित कदम उठाए जा सकेंगे।
गर्भावस्था देखभाल में एक नई क्रांति
इस नई ब्लड टेस्ट तकनीक के आने से गर्भवती महिलाओं की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। समय पर बीमारी का पता लगने से न केवल जटिलताओं को रोका जा सकेगा, बल्कि यह बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की दर को भी कम करने में मदद करेगा। यह शोध भविष्य में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है और गर्भवती महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है।complications in pregnancy