CG News- मंत्री का PS बन टेक्नीशियन करता था लड़की की आवाज में बात, ठगी का बड़ा खुलासा

CG News-कबीरधाम। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठगों के गिरोह का पर्दाफास किया है, जो हेल्थ सेक्रेटरी आईएएस अमित कटारिया से शिकायत करने और निलंबित करवाने की धमकी देकर डाॅक्टरों को ब्लैकमेल किया करते थे। पकड़े गये ठगों की टीम में कथित पत्रकार, पोर्टल संचालक और खुद को मंत्री का निज सचिव बताने वाला आई टेक्नीशियन शामिल है।
टेक्नीशियन ही लड़कियों की आवाज में डाॅक्टरों से बातें करता था और फिर उन्हें ब्लैकमेल करता था। आरोपियों ने मिलकर अबतक के स्वास्थ्य विभाग के कई डॉक्टरों, कर्मचारियों को अपना शिकार बनाया था।
दरअसल, ये पूरा मामला कबीरधाम जिले के थाना कवर्धा क्षेत्र का है। 18 मार्च को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोंडी के डॉक्टर द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी। लिखित शिकायत में स्वास्थ्य केंद्र भिंभौरी में पदस्थ ग्रामीण चिकित्सा सहायक ने बताया था कि उन्हें किसी महिला का फोन आया था और वो खुद को स्वास्थ्य मंत्री की निज सचिव बता रही थी उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिंभौरी में चल रही अनिमित्ता की शिकायत मिली है, उनके खिलाफ कुछ समाचर पत्रों में खबर भी चली है। अगर वो स्वास्थ्य सचिव की कार्रवाई से बचना चाहते हैं तो वो उन समाचार पत्रों के पत्रकारों से संपर्क करें और उन्हें सेटलमेंट करें।
थोड़ी देर बाद फिर से एक नए नंबर से फोन आया, जिसमें खुद को पत्रकार बताकर व्यक्ति ने खबर नहीं छापने की एवज में 10 हजार की मांग करने लगा। डाॅक्टर ने कार्रवाई से बचने के लिए क्यूआर कोड और नगद ट्रांज़ैक्शन के जरिए 10 हजार दे दिये। उसके कुछ दिनों बाद फिर से कथित पत्रकारों का काॅल आया और पैसों की मांग करने लगे। आरोपियों ने पैसे नहीं देने पर झूठी खबर चला कर निलंबन करवाने की धमकी देने लगे। पीड़ित डाॅक्टर आरोपियों के काॅल से परेशान होकर इसकी शिकायत सीधे थाने में दर्ज कराई।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और आरोपियों के खिलाफ 319 2, 308 2, 61 2, बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुये आई टेक्नीशियन अमन बिसारिया, रियाज, अत्तारी, फिरोज खान और अजय जांगड़े को गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अमन बिसारिया वाॅयस चेंजर ऐप का उपयोग करके महिलाओं की आवाज में फोन पर बात करता था। अमन ही डाॅक्टरों को डराता था और उन्हें पत्रकारों को सेटलमेंट करने की सलाह देता था। जिसके बाद कथित पत्रकार फोन कर डाॅक्टरों को ब्लैकमेल करते थे।