CG Education Department – शिक्षा का मंदिर शर्मसार: मृत शिक्षकों की विधवाओं से पेंशन के नाम पर 4 लाख की रिश्वत
मृत शिक्षकों की पेंशन और उपादान राशि के लिए उनकी विधवाओं से 4 लाख रुपए की घूसखोरी

CG Education Department -गरियाबंद: जिस शिक्षा विभाग की सेवा में दो शिक्षकों ने अपनी पूरी जिंदगी लगा दी, उसी विभाग में उनकी मृत्यु के बाद उनके ही आश्रितों को नाइंसाफी और भ्रष्टाचार का घिनौना खेल झेलना पड़ रहा है। फिंगेश्वर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) कार्यालय में पेंशन प्रकरण और उपादान राशि दिलाने के नाम पर मृत शिक्षकों की विधवाओं से 4 लाख रुपए की रिश्वत लेने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
महीनों तक अफसरों की चुप्पी के बाद जब यह मामला पुलिस अधीक्षक (SP) तक पहुंचा, तो शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया और अब जांच की बात कही जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला फिंगेश्वर BEO दफ्तर से जुड़ा है। ब्लॉक के शिक्षक गेसराम दीवान और प्रधानपाठक चेनसिंह दीवान की मृत्यु के बाद उनके परिवार को नियमानुसार पेंशन और उपादान (Gratuity) की राशि मिलनी थी। लेकिन पेंशन शाखा देख रहे लिपिक मजहर खान ने इस प्रक्रिया को भ्रष्टाचार का जरिया बना लिया। आरोप है कि लिपिक ने बोरिद स्कूल के चपरासी खोरबहारा ध्रुव को दलाल बनाकर दोनों शिक्षकों की पत्नियों से 2-2 लाख रुपए की रिश्वत वसूल ली।
CG Education Department -यह रकम पिछले साल दिसंबर माह में ली गई थी, लेकिन आज तक विधवाओं को न तो पेंशन मिली और न ही उपादान की राशि। न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहीं विधवाओं ने अब हिम्मत दिखाकर इस गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है।
धमकी देकर वसूले पैसे, झांसे में लेकर की ठगी
पतोरा निवासी मृतक शिक्षक गेसराम की पत्नी विशाखा दीवान ने 12 जून को और अकलवारा निवासी मृतक प्रधानपाठक चेन सिंह की पत्नी देशो बाई ने 10 जून को BEO कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। अपने आवेदन में उन्होंने बताया कि चपरासी खोरबहारा ध्रुव के माध्यम से लिपिक मजहर खान ने यह रकम ली। रिश्वतखोरों ने यह कहकर पैसे लिए कि यह रकम BEO साहब तक पहुंचानी है और इस बारे में किसी को बताने पर काम न करने की धमकी भी दी।
हैरानी की बात यह है कि शिक्षक गेसराम दीवान का डीडीओ (आहरण एवं संवितरण अधिकार) फिंगेश्वर BEO कार्यालय में था ही नहीं, वह बोरिद हाई स्कूल के अंतर्गत था। इसके बावजूद लिपिक ने उनकी पत्नी को झांसे में लेकर रिश्वत की रकम ऐंठ ली।इस मामले की जानकारी BEO रामेंद्र जोशी को महीनों पहले ही लग गई थी। लेकिन उन्होंने आरोपी लिपिक पर कोई ठोस कार्रवाई करने के बजाय सिर्फ उसकी शाखा बदल दी। लिखित शिकायत मिलने के बाद भी उनकी चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। जब BEO जोशी से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “जानकारी लगने पर लिपिक की शाखा दिसंबर में ही बदल दी गई थी।” लेकिन कार्रवाई के सवाल पर वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए।
जब स्थानीय स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हुई, तो आदिवासी जनजाति समाज की इन विधवाओं के साथ हुई ठगी के मामले को लेकर भाजपा नेता प्रीतम सिन्हा ने गरियाबंद एसपी से शिकायत की। एसपी को ज्ञापन सौंपे जाने के बाद अब शिक्षा विभाग हरकत में आया है।
CG Education Department -जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ए.के. सारस्वत ने कहा, “मामले की जानकारी आज ही मिली है। यह बहुत गंभीर मामला है। जांच के लिए तत्काल एक टीम गठित की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”