BilaspurChhattisgarh

228 स्कूलों पर अब ‘बड़े अफसरों’ की नज़र – हर महीने होगी कड़ी जांच, लापरवाही पर नहीं मिलेगी माफी

बिलासपुर.. जिले के स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई की गुणवत्ता से लेकर अनुशासन तक सब कुछ प्रशासन की सीधी निगरानी में रहेगा। मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत बिलासपुर जिले के 228 चयनित विद्यालयों को बड़े अधिकारियों की जिम्मेदारी में सौंपा गया है। आदेश के मुताबिक, हर नोडल अधिकारी को अपने अधीन स्कूलों का हर महीने अनिवार्य रूप से निरीक्षण करना होगा।

बड़े अफसर बने स्कूलों के जिम्मेदार

इस अभियान के तहत कलेक्टर संजय अग्रवाल को स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी मीडियम स्कूल तखतपुर का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह को डीकेपी कोटा स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम विद्यालय की कमान दी गई है। नगर निगम आयुक्त अमित कुमार को स्वामी आत्मानंद शेख गफ्फार शासकीय अंग्रेजी मीडियम स्कूल तारबाहर का जिम्मा सौंपा गया है, जबकि जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल स्वामी आत्मानंद लाल बहादुर स्कूल के निरीक्षण करेंगे। यातायात एडिशनल  रामगोपाल एसपीकरियारे को सूरजमल बिल्हा हायर सेकेंडरी स्कूल और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहरी) राजेन्द्र जायसवाल को चकरभाठा स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम विद्यालय का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं अपर कलेक्टर शिवकुमार बनर्जी को हायर सेकेंडरी स्कूल मुरू की जिम्मेदारी मिली है।

हर महीने होगी सख्त जांच

इन अधिकारियों का काम सिर्फ दौरा करना नहीं होगा, बल्कि हर बार अपनी विस्तृत रिपोर्ट भी प्रशासन को सौंपनी होगी। साफ संकेत है—अब किसी भी स्तर पर लापरवाही हुई तो जिम्मेदार बच नहीं पाएंगे।

बेहतर माहौल का वादा

प्रशासन का दावा है कि इस अभियान से न सिर्फ शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी, बल्कि सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को एक बेहतर और अनुशासित माहौल भी मिलेगा।

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