विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस का बड़ा दांव: राज्यों में ‘वार रूम’ अध्यक्षों की घोषणा, संगठन मजबूत करने की कवायद
कांग्रेस ने मंगलवार को आगामी विधानसभा चुनावों से पहले प्रमुख राज्यों में राज्यवार चुनावी 'वार रूम' के लिए अध्यक्षों और उपाध्यक्षों की नियुक्ति की घोषणा की।

दिल्ली: आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी ने अपनी चुनावी तैयारियों को धार देने के लिए बड़ा संगठनात्मक कदम उठाया है। पार्टी ने मंगलवार को प्रमुख राज्यों में राज्यवार चुनावी ‘वार रूम’ के लिए अध्यक्षों और उपाध्यक्षों की नियुक्ति की घोषणा की है।
यह नियुक्तियां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तत्काल प्रभाव से मंजूर की हैं, जिसकी जानकारी पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई। नवनियुक्त नेता अपने-अपने राज्यों में चुनावी रणनीति, प्रचार अभियान और समन्वय प्रयासों की देखरेख करेंगे, ताकि पार्टी की चुनावी संभावनाओं को मजबूती मिल सके।
प्रमुख राज्यों में नियुक्तियां और सियासी समीकरण:
असम: अमित सिहाग को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जबकि ऋतुपर्णा कोंवर और शांतनु बोरा उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे। असम में भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में मजबूत स्थिति में है। 2026 के चुनाव में कांग्रेस के लिए वापसी एक बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि एनडीए अपनी सत्ता बरकरार रखने की कोशिश करेगा।
पश्चिम बंगाल: बीपी सिंह को चुनावी ‘वार रूम’ का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भाजपा के खिलाफ अपने गढ़ की रक्षा करने की तैयारी कर रही है। राज्य में सांप्रदायिक तनाव, भ्रष्टाचार के आरोप और सीमा सुरक्षा संबंधी चिंताएं राजनीतिक बयानबाजी को और तेज कर रही हैं।
केरल: हर्ष कणादम अध्यक्ष के रूप में कार्य करेंगे। केरल में राजनीतिक परिदृश्य हमेशा से ही सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के बीच कड़ा मुकाबला रहा है।
तमिलनाडु: बीआर नायडू को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। तमिलनाडु में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके, अन्नाद्रमुक-भाजपा गठबंधन और अभिनेता विजय की नई पार्टी, तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) से मिल रही चुनौतियों के बीच फिर से चुनाव जीतने की कोशिश करेगी।
पुडुचेरी: जॉन अशोक वरदराजन को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। पुडुचेरी में एआईएनआरसी और भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन वर्तमान में केंद्र शासित प्रदेश पर शासन कर रहा है। कांग्रेस और डीएमके की वापसी की कोशिशों के बीच मुख्यमंत्री एन. रंगासामी के नेतृत्व की परीक्षा होगी। इस क्षेत्र का छोटा विधानसभा क्षेत्र और दलबदल का इतिहास इसे एक अस्थिर राजनीतिक रणभूमि बनाता है।
ये सभी नियुक्तियां चुनावों से पहले कांग्रेस की संगठनात्मक व्यवस्था और प्रचार ढांचे को मजबूत करने की व्यापक तैयारियों का हिस्सा हैं। कांग्रेस इन चुनावी ‘वार रूम्स’ के माध्यम से राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत करने और भाजपा व अन्य क्षेत्रीय दलों से मुकाबला करने की रणनीति पर काम करेगी।