Annual Fastag Scheme-टोल पर अब सालाना पास.. जाने 3000 रुपये में कितनी यात्राएं

Annual Fastag Scheme: अब प्रदेश के टोल नाकों पर यात्रियों को बड़ी राहत मिलने वाली है। 14 अगस्त की रात 12 बजे से सालाना पास सिस्टम लागू हो गया है।
इस नई व्यवस्था के तहत सिर्फ ₹3000 में एक साल का पास बनवाया जा सकता है, जिससे आप 200 बार टोल क्रॉस कर पाएंगे।
इससे प्रति यात्रा का औसत खर्च सिर्फ ₹15 रह जाएगा और टोल शुल्क में करीब 70% तक की बचत होगी। यह सुविधा केवल टू एक्सएल (XL) वाहनों के लिए है, जबकि कमर्शियल वाहन इस सिस्टम से बाहर रहेंगे।
कैसे काम करेगा यह सिस्टम?Annual Fastag Scheme
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस सिस्टम का सफल ट्रायल किया है। सालाना पास लेने वाले वाहन मालिकों को एक टोल पर महज ₹15 खर्च करने होंगे। जिन वाहन मालिकों के पास यह पास नहीं होगा, उनके लिए फास्टैग सिस्टम जारी रहेगा और उन्हें पुरानी दरों पर ही टोल देना होगा।
उदाहरण के लिए: ओडिशा बॉर्डर से महाराष्ट्र बॉर्डर तक छह टोल नाकों के लिए अभी ₹580 चुकाने पड़ते हैं। सालाना पास के साथ यह खर्च सिर्फ ₹90 होगा, जिससे ₹490 की बचत होगी।
इसी तरह, बिलासपुर से रायपुर के बीच चार टोल प्लाजा के लिए ₹335 के बजाय मंथली पास से सिर्फ ₹60 में यात्रा की जा सकेगी।Annual Fastag Scheme
जरूरी बातें जो आपको जानना चाहिए(Annual Fastag Scheme)
चार्ज और बुकिंग: सालाना पास का चार्ज ₹3000 है। इसकी बुकिंग राजमार्ग यात्रा ऐप या NHAI की वेबसाइट पर हो सकेगी।लॉगइन के लिए फास्टैग आईडी या वाहन का नंबर जरूरी होगा।
पेमेंट UPI, डेबिट कार्ड, या नेट बैंकिंग के जरिए किया जा सकता है। यह पास एक साल या 200 यात्राओं (जो भी पहले पूरा हो) के लिए वैध होगा। अगर आप एक साल में 200 ट्रिप पूरे नहीं करते हैं, तो बची हुई ट्रिप लैप्स हो जाएंगी।