Active corona cases : फिर डराने लगा कोरोना? सक्रिय मामले 3000 पार, 24 घंटे में 4 मौतें, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट और आपके राज्य का हाल!
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 3,000 के आंकड़े को छू गई है, जो 3,395 है और पिछले 24 घंटों में चार मौतें हुई हैं.

Active corona cases :नई दिल्ली: देश में एक बार फिर कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है, जिसने स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता थोड़ी बढ़ा दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 3,000 का आंकड़ा पार करते हुए 3,395 पर पहुंच गई है। चिंताजनक बात यह है कि पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के कारण चार लोगों की मौत भी दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में दिल्ली, केरल, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हुई है।
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दिल्ली: यहां निमोनिया, सेप्टिक शॉक और एक्यूट किडनी इंजरी जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित एक 71 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई।
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कर्नाटक: राज्य में निमोनिया, सेप्टिक शॉक और अन्य सह-रुग्णताओं से जूझ रहे एक 63 वर्षीय व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
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केरल: यहां निमोनिया, टाइप-2 रेस्पिरेटरी फेलियर और सेप्सिस से पीड़ित एक 59 वर्षीय व्यक्ति की जान चली गई।
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उत्तर प्रदेश: राज्य में एक 23 वर्षीय युवक की मृत्यु हो गई, जिसे अन्य गंभीर बीमारियों के साथ एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था।
मामलों में तेजी से उछाल, लेकिन घबराने की बात नहीं?
Active corona cases :आंकड़ों पर गौर करें तो 22 मई को देश में कोविड के कुल सक्रिय मामले महज 257 थे। यह आंकड़ा 26 मई तक बढ़कर 1,010 हो गया और शनिवार को यह 3,395 के चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देशभर में 685 नए कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
किन राज्यों में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले?
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केरल: 1,336
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महाराष्ट्र: 467
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दिल्ली: 375
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गुजरात: 265
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कर्नाटक: 234
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पश्चिम बंगाल: 205
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तमिलनाडु: 185
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उत्तर प्रदेश: 117
हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि भारत में कोविड-19 की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और संक्रमण की गंभीरता फिलहाल कम है। ज्यादातर मरीज घर पर ही रहकर ठीक हो रहे हैं, इसलिए चिंता की कोई खास बात नहीं है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ? कौन से वेरिएंट मचा रहे हैं हलचल?
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने सोमवार को इस बढ़ते संक्रमण पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पश्चिम और दक्षिण भारत से लिए गए नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चला है कि मामलों में मौजूदा वृद्धि के लिए जिम्मेदार वेरिएंट गंभीर प्रकृति के नहीं हैं और वे सभी ओमिक्रॉन के ही उप-वेरिएंट हैं।
डॉ. बहल ने कहा, “ओमिक्रॉन के चार उप-वेरिएंट – एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और एनबी.1.8.1 – पाए गए हैं। इनमें से पहले तीन वेरिएंट अधिक संख्या में मामलों में पाए जा रहे हैं।” उन्होंने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना बेहद आवश्यक है। डॉ. बहल ने जोर देकर कहा, “हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। इस समय, कुल मिलाकर, हमें निगरानी करनी चाहिए और सतर्क रहना चाहिए, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है।”
विशेषज्ञों की सलाह है कि लोग कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करें, जैसे कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, हाथों की स्वच्छता बनाए रखना और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराना। हालांकि संक्रमण की गंभीरता कम है, लेकिन सतर्कता ही बचाव का सबसे बड़ा हथियार है।