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आंगनबाड़ी में हादसा:  बिजली के खुले तार ने छीना बचपन.. हाईकोर्ट ने राज्य से मांगा जवाब

बिलासपुर…कोंडागांव जिले के मर्दापाल पंचायत अंतर्गत ग्राम पदेली में आंगनबाड़ी केंद्र में बिजली के खुले तार से ढाई साल की मासूम माहेश्वरी यादव की मौत की घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। इस दर्दनाक हादसे पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए गंभीर चिंता व्यक्त की है। मंगलवार, 16 सितंबर 2025 को चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने प्रकाशित समाचार को आधार बनाकर इसे जनहित याचिका के रूप में स्वीकार किया और मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार के मुख्य सचिव से शपथपत्र के साथ जवाब मांगा। कोर्ट ने राज्य सरकार को आगामी 22 सितंबर तक जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

करेंट से मासूम की मौत, क्षेत्र में  हड़कंप

बीते शुक्रवार को ग्राम पदेली स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में बिजली के खुले तार के संपर्क में आने से मासूम माहेश्वरी यादव की मौत हो गई। परिवार और स्थानीय ग्रामीणों ने इसे प्रशासन की लापरवाही माना है। हादसे के बाद क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल बन गया। लोगों का कहना है कि स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी लगातार हो रही है।

कोर्ट ने जताई गहरी चिंता, मांगी जानकारी

हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान इस घटना को बेहद गंभीर बताया और कहा कि ऐसे हादसे न केवल प्रशासनिक लापरवाही बल्कि बच्चों की सुरक्षा से जुड़े बड़े सवाल खड़े करते हैं। कोर्ट ने राज्य सरकार से यह स्पष्ट करने को कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। अदालत ने सुरक्षा मानकों की जांच, जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही और सुधारात्मक उपायों की विस्तृत जानकारी 22 सितंबर तक पेश करने का आदेश दिया है।

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